यूपी में सियासी पारा गर्म, राजा भैया हुए अखिलेश के साथ
राजा भैया को समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव का करीबी समझा जाता है। कभी बीजेपी से विधायक रह चुके राजा भैया ने ट्वीटकर कहा, ‘न मैं बदला हूँ, न मेरी राजनैतिक विचारधारा बदली है, ‘मैं अखिलेश जी के साथ हूँ,’ का ये अर्थ बिल्कुल नहीं कि मैं बीएसपी के साथ हूं।’बुधवार को राजधानी लखनऊ में एसपी की तरफ से पांच सितारा होटल में आयोजित डिनर में सबकी नजरें निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया पर थीं। राजा भैया ने इस डिनर पार्टी में पहुंचकर बीएसपी प्रत्याशी के समर्थन का संकेत दिया था। राजा भैया के आने पर उनके समर्थक विधायक विनोद सरोज का भी बीएसपी को समर्थन मिलना तय माना जा रहा था। एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फोन पर बात करके राजा भैया से समर्थन मांगा था और उन्होंने डिनर पार्टी में शामिल होकर साथ खड़े होने का संकेत दे दिया था। जहां सभी राजनीतिक दल एक-एक वोट को सहेजने में लगे हैं, वहीं राजा भैया का यह बयान काफी मायने रखता है। यूपी के राजनीतिक गलियारे में राजा भैया के रुख को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि राजा भैया का यह ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड नहीं है। राजा भैया के वोट देने पर सस्पेंस बना हुआ है। फिलहाल वोटों का गणित कुछ इस तरह से है कि बीजेपी 8 सीटें आसानी से जीतती दिख रही है और 9वीं सीट के लिए उसकी कोशिशें जारी हैं। उधर, बीएसपी के पास 35 वोट हैं, उसे 2 वोट कम पड़ रहे हैं। इसमें 17 विधायक BSP के, 10 SP के, 7 कांग्रेस के और 1 RLD विधायक का वोट शामिल है। दूसरी तरफ, सपा से राज्यसभा के लिए जया बच्चन भी मैदान में हैं।