योगी का नया फरमान, जेलों में खोली जाएं गौशाला
हरियाणा सरकार के बाद, अब योगी सरकार ने भी राज्य को अवारा जानवरों से निजात दिलाने और गोवंश संरक्षण के लिए योगी सरकार ने एक विस्तृत योजना बनाई है। जिसके मुताबिक प्रदेश के हर जिले की जेल में गौशाला खोलने की तैयारी है। इस योजना की शुरूआत यूपी की जेलों के अंदर गायों के लिए गौशाला खुलवाने से होगी । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार जेल के अंदर के कैदी ही गायों की देखभाल करेंगे । फिलहाल अभी उत्तर प्रदेश की 12 जेलों में ही गौशाला खोली जाएंगी।
जेलों में खोली जाएंगी गौशाला
पहले गायों की सेवा आयोग ने पीएसी ग्राउंड्स पर गौशाला चलाने की मांग की थी, जिसे गृह और पुलिस विभाग ने नकार दिया था। योगी आदित्यनाथ के दखल के बाद जेलों में अब गौशाला की व्यवस्था की जाएगी। जेलों मे बंद विचाराधीन कैदी उनकी देखभाल करेंगे। विचाराधीन कैदी अभी तक बागवानी, सफाई, मरम्मत का काम करते थे. गौशाला में खिलाने- पिलाने और निर्माण के लिए सरकार अलग से बजट का इंतजाम करेगी। गौशाला खुलने से जेल में खाली पड़ी जमीनों का भी सही तरह से उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही इससे कैदियों को रोजगार से भी जोड़ा जाएगा
गौशाला के लिए अलग से बजट का इंतजाम
दरअसल योगी सरकार ने प्रदेश में गौवंश का सरंक्षण करने के लिए 25 जिलों में प्रौजेक्ट शुरू किया है । जिसेक मुताबिक गाय के चारे और गौशाला की व्यवस्था स्थानीय कमेटियां लेंगीं। गौशाला बनाने में सरकार बुनियादी सुविधाएं देगी, पर जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में हमने 23 से 25 जनपद लिए हैं। इसमें 75 हजार से लेकर 1 लाख तक गौ वंश का संरक्षण हम करेंगे।स्थानीय स्तर पर कमेटियां बनेगी और लोगों की सहभागिता होगी।
योगी आदित्यनाथ का गायों से प्रेम हर जगह देखने को मिलता है. हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के तौर पर जय राम ठाकुर के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने से पहले योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वहां एक गौशाला में गायों को गुड़ खिलाया था।