9 करोड़ रुपए की लागत से यमुना खादर की 11 झीलों का होगा विकास – मनोज तिवारी
उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि यमुना को स्वच्छ बनाने और तटों को सुंदर बनाने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह गंभीर है और इसके लिए कार्य योजना पर काम करने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण ने पहल शुरू कर दी है।
इसके तहत जीटी रोड और सिग्नेचर ब्रिज के बीच यमुना खादर में स्थित 11 प्राकृतिक झीलों का विकास किया जाएगा जिसकी अनुमानित लागत 9 करोड़ तय कर दी गई है एवं टेंडर प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है। सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आगामी एक माह में इन जिलों के विकास का कार्य शुरू हो जाएगा।
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि हमारे संसदीय क्षेत्र में यमुना के तटों पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की असीम संभावनाएं मौजूद हं,ै लेकिन दिल्ली सरकार की उपेक्षा के चलते इनका विकास होने में बार-बार रुकावटें पैदा होती रही हैं।
ऐसी ही एक योजना के तहत सोनिया विहार से जैतपुर तक वाटर टैक्सी चलाने की योजना पूरी तरह तैयार कर केंद्र सरकार ने काम किया लेकिन दिल्ली सरकार के असहयोग के चलते पर्यटन की यह सुविधा क्षेत्र एवं दिल्ली की जनता को नहीं मिल सकी है। कई योजनाएं दिल्ली सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार ने शुरू की जिनका भी कोई सुखद परिणाम सामने नहीं आया।
मनोज तिवारी ने बताया की यमुना खादर में स्थित प्राकृतिक झीलों के विकास के बाद न सिर्फ जल को संरक्षित करने में मदद मिलेगी बल्कि क्षेत्र का वाटर लेवल बढ़ेगा। पीने के पानी की गुणवत्ता में सुधार आएगा। झीलों के किनारों पर घास लगाकर सुन्दर पार्क तैयार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि यमुना के तट को दिल्ली की सीमा में इस तरह तैयार किया जाएगा कि क्षेत्र के लोगों को सुबह-शाम की सैर करने के लिए शुद्ध एवं अनुकूल वातावरण मिल सके, साथ ही दिल्ली के बीच से बहने वाली यमुना नदी विश्व स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सके।
दिल्ली से मुकेश गुप्ता की रिपोर्ट।