अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम के अवसर पर महिलाओं एवं बेटियों को जागरूक किया
बरेली ( सत्येंद्र प्रताप सिंह )- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस वीक के आयोजन के क्रम में आज दिनांक 11 मार्च को सुरक्षा वॉरियर्स कार्यक्रम किया गया और महिलाओं एवं बेटियों को जागरूक किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी श्रीमती नीता अहिरवार के निर्देश पर ब्लॉक क्यारा में महिला शक्ति केंद्र ने विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें थाना सुभाष नगर पुलिस स्टाफ ने प्रतिभाग किया।
सब इंस्पेक्टर किरण पाल ने महिलाओं की सुरक्षा और उनके सम्मान के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में अवगत कराया। महिलाएं कैसे अपनी सुरक्षा करें, इसके बारे में विभिन्न कानून, अधिनियम के बारे में विस्तृत चर्चा की महिला शक्ति केंद्र ने ब्लॉक में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें एडीओ कांता, आंगनबाड़ी समूह की महिलाएं एवं आम महिलाएं, पुलिस विभाग, प्रोबेशन विभाग से सोनम शर्मा आदि उपस्थित रही। महिलाओं की सुरक्षा के लिए आज ऑनलाइन एफआईआर करने के लिए सी पोर्टल के बारे में बताया गया कि महिलाएं अपने मोबाइल से सी पोर्टल पर अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रयोग कर सकती हैं
आपातकालीन इमरजेंसी नंबर 112 को सभी महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए प्रयोग कर साथ ही साथ 112 अन्य विपरीत परिस्थितियों में भी आपकी सहायता करती है। महिलाओं को कहीं भी असुरक्षा की भावना ना हो इसलिए विभिन्न चौराहे, मोहल्लों एवं प्रमुख स्थानों पर निरंतर पुलिस की गश्त होती है और पीआरवी, चीता पुलिस हर समय महिलाओं की सुरक्षा के लिए तैनात रहती हैं। महिलाओं की सुरक्षा और उनकी समस्याओं को बेहतर ढंग से क्रियान्वित किए जाने के लिए महिला पुलिस कर्मियों की उपस्थिति है साथी महिला हेल्पडेस्क के अंतर्गत शिकायतों को सुना जाता है और आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाती है।
1090-हेल्पलाइन, 181-महिला हेल्पलाइन पर फोन करके महिलाएं सुरक्षा पा सकती हैं सुरक्षा वॉरियर्स कार्यक्रम में जानकारी दी गई। सुरक्षा वॉरियर्स के अंतर्गत सोनम शर्मा ने बताया कि किसी भी कामकाजी महिला का उसके वर्कप्लेस पर किसी भी प्रकार के सेक्सुअल हैरेसमेंट रोकने के संबंध में अधिनियम बना हुआ है जिसमें महिलाएं इस अधिनियम के तहत सहायता प्राप्त कर सकते हैं और किसी भी प्रकार के भेदभाव या शोषण के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं, समान वेतन का अधिकार है कहीं भी महिला और पुरुष के वेतन में अंतर अगर किया जाता है तो महिलाओं को उसके खिलाफ अपनी आवाज उठाना चाहिए और समान वेतन समान अधिकार के विषय में जागरूक होना चाहिए, किसी भी महिला उत्पीड़न के संबंध में तत्काल संबंधित पुलिस जिला प्रोबेशन कार्यालय और सहायता नंबरों पर सूचना देकर के महिलाएं सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
स्कूल कॉलेजों के आसपास होने वाली असामाजिक तत्वों द्वारा छींटाकशी एवं छेड़छाड़ के विरुद्ध बेटियों को महिलाओं को आवाज उठाना चाहिए, जिससे कि वहां पर एंटी रोमियो स्क्वायड एवं शक्ति वाहिनी टीम ने महिलाओं को सुरक्षा प्रदान की जाए सुरक्षित और सशक्त हूं और अपने लिए बेहतर कदम उठा सकें। गर्भ में पलने वाले शिशु के लैंगिक जांच किया जाना कानूनन अपराध है अतः समाज में अगर आपके आसपास कोई भी गर्भ में पल रहे शिशु को लिंग की जांच कराता है और भ्रुण हत्या को बढ़ावा देता है तो उसके संबंध में जानकारी दें, जिससे कि इसके विषय में कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।