पति का लाइव मर्डर वीडियो लेकर न्याय के लिए पहुँची पत्नी डीआईजी कार्यालय
गया- अपने पति का लाइव मर्डर वीडियो लेकर न्याय के लिए पहुँची डीआईजी कार्यालय, इंसाफ की गुहार लगाते लगाते पति की हुई थी हत्या। अब पत्नी अपने पति के हत्यारे को गिरफ्तार करने की माँग को लेकर भटक रही है प्रशासनिक कार्यालय। पत्नी का कहना है की कार्रवाई नहीं हुई तो दबंगो के हाथों से तो अच्छा है आत्महत्या करना। पत्नी का कहना है की उसके पति को दबंगो ने बीच सड़क पर पीटते रहे, पहले हाथ-पैर बांधा फिर पैरों से मारा उसके बाद भी जी न भरा तो लोहे की रॉड से धुनाई की, तब तक पीटता रहा जब तक उसे विश्वास ना हो गया कि वह मर गया, तमाशबीन लोग चोरी चुपके मोबाइल में वीडियो बनाते रहे, लेकिन दबंगो के खिलाफ में किसी ने आवाज तक नहीं उठाई।
गया के कोतवाली थाना क्षेत्र से महज 1km की दूरी पर दबंगो का कहर बरसता रहा और पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी, जब जानकारी भी हुई तो अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, कोतवाली थाना के बंगला स्थान मोहल्ले की है दबंगो ने मकान को जबरन हड़पने के लिए अजय कुमार उर्फ गुड्डू पर बहुत पहले से दबाब बनाता रहा था इसके खिलाफ अजय ने 9 जनवरी 2018 को गया एसएसपी कार्यालय में तथा डीजीपी पटना कार्यालय में 16 दिसम्बर 2017 को अपनी हत्या की आशंका को लेकर आवेदन दिया था। जब यह बात दबंगो तक जा पहुँची तो 19 फरवरी 2018 को घर से खींच कर सड़क पर लाकर हाथ-पैर बांध फिर लोहे की रॉड से पिटाई की पैरों से भी मारा जब वह मर गया तो बीच सड़क पर ही छोड़ दिया दबंगो का घर भी मृतक अजय के घर से सटा है।
इसके पूर्व दबंगो और अजय के बीच दोनो तरफ पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई जिसमें अजय को जेल भेज दिया गया था।जेल से वापस लौटने के बाद दबंगो को लगा कि अब वह अपना मकान हमसे बेच देगा या अवैध रूप से कब्जा हो जाएगा जब नहीं हुया तो दबंगो ने पीट-पीट कर मार डाला, वीडियो में माहिलाये भी है जो कह रही है अभी नहीं मरा है।
अपने पति के लाइव हत्या का वीडियो लेकर थाने से लेकर डीआईजी कार्यालय तक आवेदन दिया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है डर का आलम यह है अब उसकी पत्नी रेणु देवी अपने घर में नहीं रहती है। पहले इंसाफ के लिए पति की हत्या अब हत्या के इंसाफ के लिए पत्नी दर-दर की ठोकरे खा रही है। वहीं इस सम्बध में एसएसपी ने बताई की इस मामले में कोतवाली थाने में कांड संख्या 95/18 प्राथमिकी दर्ज की गई है जिसमे कई लोगो पर नामजद अभियुक्त बनाया गया है। गठन एसआईटी के द्वारा जल्द अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जाएगी।