अयोध्या में किसानों का दर्द कौन सुनेगा?
रवि की फसल पक गई है। मजदूर नही मिल रहे है। वाहनो का आवागमन भी बन्द है।
किसान माँझा में अपनी फ़सल सब्जी की कैसे मार्केट में जाकर बेंचे बड़ा सवाल है? खेतो में आने जाने व पके फसल को बेचने में दिक्कत आजकल आम बात है। किसान को आजकल फसल का लागत मूल्य नही मिल पा रहा हैं। किसानी का काम अब घाटे का हो गया हैं। दिन रात मेहनत के बाद भी किसान परेशान हैं। किसानों का दर्द माननीय व शासन कब पूरी तरह सुनेगा। कब इनको फसल का लाभ मिलेगा? *
आल राईट न्यूज़ लखनऊ*