कब बनेगा डेलापीर एवम कुतुबखाना का उपरिगामी पुल!

कब बनेगा डेलापीर एवम कुतुबखाना का उपरिगामी पुल! — जिला हॉस्पिटल का प्रस्तावित फुट ओवर ब्रिज होगा सबसे बड़ा रोड़ा — निर्भय सक्सेना — बरेली। जाम की समस्या का सबब बना डेलापीर एवम कुतुबखाना पर प्रस्तावित उपरिगामी पुल भारतीय जनता पार्टी की सरकार में भी अभी ठंडे बस्ते से बाहर नही आ पा रहा है। आई वी आर आई का उपरिगामी पुल बनने के बाद डेलापीर अब शहर का सबसे बड़ा जाम का पॉइंट बन गया है। इसके समीप ही सब्जी, फल मंडी के साथ ही गल्ला मंडी समिति होने से यहां ट्रक एवम छोटे माल वाहक बाहन के कारण यहां निकलना तक दूभर हो जाता है।

पत्रकार निर्भय सक्सेना ने पूर्व सरकार को भी स्थानीय विधायक के कबर लेटर के जरिए भी पत्र भेज कर डेलापीर पर उपरिगामी पुल की मांग की थी। भाजपा की सरकार में भी मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसका सुझाव भेजा था। जिसका नम्बर 11150160069634 था। उस समय मुख्यमंत्री कार्यालय में प्रमुख सचिव अनिता सिंह ने भी प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को 14 जून 2016 को पत्र अग्रसारित किया था। जो अभी भी ठंडे बस्ते में पड़ा है।

समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक भगवत सरन गंगवार ने भी डेलापीर पर पुल निर्माण को सरकार को पत्र भेजा था। बीजेपी के नगर विधायक डॉ अरूण कुमार ने अभी हाल में ही सरकार को पत्र भेजकर डेलापीर पर जल्द उपरिगामी पुल का निर्माण शुरू करवाने की मांग की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवम बरेली के बीजेपी सांसद संतोष कुमार गंगवार भी इस संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पत्र भेज चुके हैं। बरेली में हालत यह है कि स्मार्ट सिटी होने पर भी डेलापीर और कुतुबखाना के पुल पर तो अधिकारी मोन बने हैं। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का ध्यान जिला हॉस्पिटल में फुट ओवरब्रिज बनबाने की दिशा में अधिक है जिसकी कोई उपयोगिता इसलिए भी नही है क्योंकि 300 बेड का अलग हॉस्पिटल कोविड हॉस्पिटल के नाम पर कार्य कर रहा है। कुतुबखाना पर जब उपरिगामी पुल बनेगा तो जिला हॉस्पिटल का यह प्रस्तावित फुट ओवरब्रिज सबसे बड़ा रोड़ा साबित होगा। जिला हॉस्पिटल में इतनी राशि मे एक ऑपरेशन रूम बनाकर इस फुट ओवर ब्रिज को टाला जा सकता है। नगर निगम के मेयर डॉ उमेश गौतम ने अपने मेयर चुनाव में कुतुबखाना पुल बनबाने का जोर शोर से मुद्दा उठाया था। अब देखना है कि डेलापीर और कुतुबखाना पुल उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी सरकार में कब तक बन पाते हैं। स्मार्ट सिटी में अभी तक कहीं भी बाहन पार्किंग भी नही बन सकी है। जिसके चलते जिलाधिकारी कार्यालय, कचहरी, कुतुबखाना, श्यामगंज के साथ ही व्यस्त बाजारों कॉलेज रोड, जवाहर मार्किट, शास्त्री मार्केट, गली नवाबन, कटरा मानराय, आलमगीरी गंज, सिकलापुर, सराय खाम की सड़कें ही बाहन पार्किंग बन गई हैं।

 

बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !