मौसम वैज्ञानिक को हार का हो गया है आभास,इसलिए राज्य सभा का सीट कर लिए सुरक्षित:-पूर्व सांसद भूदेव चौधरी

~मौसम वैज्ञानिक की चाल में फंस गई बीजेपी,बिहार में नहीं खुलेगा NDA का खाता

~नीतीश सरकार पर जमकर साधा निशाना

~बीजेपी को 2019 में हार का हो गया है एहसास,इसलिए 30 की जगह 17 पर चुनाव लड़ने का लिया निर्णय

जमुई:-जमुई संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद सह रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी ने केन्द्र की मोदी सरकार और प्रदेश की सरकार पर जमकर निशाना साधा।भूदेव चौधरी ने केन्द्र की मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी को अहसास हो गया है कि वो 2019के लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से हारने वाली है।इसलिए बीजेपी जहां 2014 में 30 सीटों पर चुनाव लड़ी थी , वहीं इसबार बीजेपी मात्र 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।इससे साफ जाहिर होता है कि बीजेपी को अब एहसास हो गया है कि वो इसबार बुरी तरह से हारने वाली है।वहीं भूदेव चौधरी ने सूबे की नीतीश सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए जमकर हमला किया है।उन्होंने कहा कि जो नीतीश कुमार पीएम मोदी से नफ़रत करते थे,वो आज मोदी की पूजा करने में लगे हुए हैं।

वहीं भूदेव चौधरी ने प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि को लेकर नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया।बता दें कि दो दिन पहले जमुई जिले में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।इसपर भी प्रशाशन की लापरवाही को लेकर जमकर बरसे।इधर सूत्रों के मुताबिक भूदेव चौधरी महागठबंधन की ओर से आगामी लोकसभा चुनाव में जमुई संसदीय सीट से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं।

वहीं भूदेव चौधरी ने एनडीए में शामिल लोजपा नेता और जमुई संसदीय सीट से वर्तमान सांसद पर भी जमकर निशाना साधा।साथ ही उन्होंने लोजपा सांसद और केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर चुटकी लेते हुए कहा कि पासवान मौसम वैज्ञानिक हैं यह उन्होंने साबित कर दिया है।उन्हें हार का एहसास हो गया है वो बाखुबी जान रहे हैं कि इस बार लोकसभा से जीत कर कोई आने वाला नहीं है लिहाजा उन्होंने दवाब की राजनीति के तहत अपने लिए राज्यसभा के लिए सीट सुरक्षित कर लिया है।

बताते चलें कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है,वैसे ही नेताओं का दौरा अपने-अपने क्षेत्रों में शुरू हो गया है।अब ऐसे में सवाल उठता है कि जहां एक ओर NDA में सीट शेयरिंग को लेकर मथापच्ची खत्म हो गया है,तो वहीं सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में टकरार बाक़ी है।

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