वलियो के सरदार ग़ौस पाक के कुल में अक़ीदतमंदो की भीड़ !
क़िला फुटा दरवाज़ा झण्डा शरीफ ग़ौसे आज़म पर उर्स की तक़रीबात बाद नमाज़े फ़जर तिलावते कलामे पाक से हुई, उर्स कमेटी के सचिव फ़राज़ मियां ने बताया कि दिनभर अकीदतमंदों का ताता लगा रहा,दूर दराज से आये लोगों ने अल-सय्यद मोहियुद्दीन अबू मुहम्मद अब्दुल क़ादिर अल-जीलानी अल-हसनी वल-हुसैनी ग़ौसे पाक से मन्नत मुरादे माँगी और मन्नतों को चादरे पेश की,बीमारों और ज़रूरतमंदो ने गौस ए आज़म के दरवार में अपनी शिफ़ाअत के लिये अर्ज़िया लगाई !
पिछले तीन सौ सालों से हर साल बड़ी तादात में झण्डा शरीफ़ पर रूहानी ईलाज के लिये लोग यहाँ आते हैं और शिफ़ाअत से फ़ैज़याब होते हैं। बाद नमाज़े मग़रिब जसौली अक्लीम बेग अंजुम के निवास से जुलूसे दस्तगीर चादरो का जुलूस अपने परम्परागत रास्तों से होता हुआ गौस पाक के झण्डे पर पहुँचा इसमें अक्लीम बेग अंजुम,फ़राज़ मियां,सलीम बेग,तश्शू,अज़ीम,आमिश,फहमिश, शिबू खान,ऐनुल खान,फरीदी खान,अरबाज़ खान आदि जुलूस में बड़ी तादात में अक़ीदतमन्द शामिल रहे। बाद नमाज़े ईशा ग़ौसे आज़म की तक़रीरि महफ़िल में उलेमा इकराम ने रसूल अल्लाह,इमाम हसन-हुसैन,मौला अली मुश्किल कुशा,ग़ौस पाक,ख़्वाजा गरीब नवाज़,वारिस ए पाक,साबिरे पाक,आला हज़रत,मुफ़्ती ए आज़म हिन्द,हज़रत शाहदाना वली,हाजी अली की शख्सियत को बयां किया,एम हसीन हाशमी की ज़ेरे सरपरस्ती रही। देररात 2:38 बजे पिराने पीर दस्तगीर अल-सय्यद मोहियुद्दीन अबू मुहम्मद अब्दुल क़ादिर अल-जीलानी अल-हसनी वल-हुसैनी ग़ौसे आज़म के कुल शरीफ की रस्म अदा की गई,मुल्क की सलामती,बीमारों की शिफ़ाअत के लिये खुसूसी दुआँ के बाद सलातो सलाम पढ़ा गया,हज़रिने महफ़िल को तबर्रुक तस्किम किया गया,कुल शरीफ़ में बड़ी तादात में अक़ीदतमन्द शालिम रहे,बरेली हज सेवा समिति के महासचिव हाजी ई. अनीस अहमद खाँ ने गुलपोशी कर दुआँ माँगी। सुर्मा किंग एम.हसीन हाशमी,जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खाँ वारसी,फ़राज़ मियां,अहमद खान टीटू,हाजी शावेज़ हाशमी,मुज़म्मिल खान,हाजी नौशाद अली खाँ, जियाउर्रहमान,नावेद हाशमी,मोहसिन इरशाद,अशरफ़ शम्सी,बब्बू नियाज़ी,मुन्ना अंसारी,ताहिर खान,आरिफ खान,अक्लीम बेग अंजुम,परवेज़ नुरी,शहंशाह मियां,सलीम बेग,तश्शू बेग,गुलज़ार खान आदि सहित बड़ी तादात में अक़ीदतमंद शामिल रहे। उर्स कमेटी के सचिव फ़राज़ मियां ने बताया कि 20 दिसम्बर को सुबह 10 बजे महफ़िल ए समां,दोपहर 2 बजकर 38 मिनट पर हज़रत सय्यद मीर वतन रहमतुल्लाह अलेह के कुल शरीफ की रस्म अदा होगी।