वरिष्ठ पत्रकार उमेश शर्मा की रिहाई की मांग, डीम को दिया ज्ञापन, पत्रकार जगत में रोष !
बरेली में आज प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने समाचार प्लस के सीईओ उमेश कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी बरेली को दिया। इस दौरान पत्रकारों ने मांग की है कि उमेश शर्मा को तत्काल जेल से रिहा किया जाए और उत्तराखंड सरकार के खिलाफ कार्यवाही की जाए।
वर्तमान सरकार में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ को खतरा, वरिष्ठ पत्रकार व समाचार प्लस के सीईओ की गिरफ्तारी होने से पत्रकार जगत में रोष *वरिष्ठ पत्रकार उमेश शर्मा* के साथ जिस तरह से उत्तराखंड सरकार और पुलिस ने बदले की भावना से उन्हें षडयंत्र करके फसाया है और गिरफ्तार किया है। उमेश शर्मा की गिरफ्तारी ये दर्शाती है कि सरकार एक पत्रकार से इतना डर गई कि उसे जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया। इतना ही नही उन्हें यातनाएं दी जा रही है जिस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने उत्तराखंड सरकार में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास किया था। उन्होंने स्टिंग ऑपरेशन किया था, लेकिन टीवी पर प्रसारण से पहले सरकार को इसकी भनक लग गई और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में नैनीताल हाईकोर्ट ने सरकार की फटकार भी लगाई। जिस वजह से पत्रकार जगत में काफी रोष व्याप्त है। इसके विरोध में आज समस्त इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार वरिष्ठ पत्रकार उमेश शर्मा और उनके चैनल के साथ खड़े हैं। हम सभी पत्रकार सरकार व पुलिस की इस कार्यप्रणाली की घोर निंदा करते है। श्री मान राष्ट्रपति इस मामले का संज्ञान लेकर आप इस प्रकरण को देखे और उत्तराखंड सरकार से जबाब तलब करे। साथ ही पत्रकारों की इस तरह से हो रही गिरफ्तारी पर तत्काल रोक लगाए। अगर ऐसा होता रहा तो लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ और भी ज्यादा खतरे में हो जाएगा। बरेली में आज पत्रकारों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर उमेश कुमार जी को इंसाफ दिलाने की मांग की। ज्ञापन के दौरान यह पत्रकार रहे मौजूद अनूप मिश्रा, विकास सक्सेना, कृष्ण गोपाल राज, विकास साहनी, रंदीप सिंह, जितेंद्र वर्मा, दीपक शर्मा, दीपक कुमार, लिटिल गुप्ता, अजय मिश्रा, उमेश शर्मा, शमी, नितिन, मोनू, दानिश, कुमार विनय, सुबोध मिश्रा, मनोज कुमार, अजय कश्यप, नीरज आनंद, सुरेश, भीम मनोहर व अन्य सभी पत्रकार साथी