गाजियाबाद में बुजुर्ग के साथ मारपीट के मामले में पांच लोगों पर हुआ मुकदमा दर्ज
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश मे गाजियाबाद के लोनी इलाके में बुजुर्ग मुस्लिम अब्दुल समद से मारपीट के मामले में पुलिस ने अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कहा कि हमले में शामिल जिन पांच लोगों की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य की तलाश जारी है. अब्दुल समद पर हमले में शामिल इंतजार और सद्दाम उर्फ बौना दोनों को आज गिरफ्तार कर लिया गया है. जानिए इस मामले से जुड़ी अबतक की बड़ी बातें।
ट्विटर, पत्रकारों के खिलाफ भी मामला दर्ज
पुलिस ने सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो प्रसारित करने के सिलसिले में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर, एक समाचार पोर्टल और छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि यह वीडियो साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए साझा किया गया था।
किन-किन लोगों को खिलाफ दर्ज हुआ केस
पुलिस ने साम्प्रदायिक कारण होने से किया इनकार
सोशल मीडिया पर 14 जून को सामने आए वीडियो क्लिप में बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति अब्दुल समद सैफी ने आरोप लगाया कि कुछ युवकों ने उनकी पिटाई की और उनसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए कहा, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने घटना के पीछे कोई साम्प्रदायिक कारण होने से इनकार किया और कहा कि आरोपी उस ताबीज से नाखुश थे जो सैफी ने उन्हें बेचा था।
किन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला
प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता की धाराओं 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 153ए (धर्म, वर्ग आदि के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 295 ए (किसी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वास का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य करना), 120बी (आपराधिक साजिश) और अन्य के तहत मामला दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. वीडियो में दावा किया गया कि कुछ युवकों ने एक मुस्लिम बुजुर्ग अब्दुल समद की जबरन पिटाई की और उससे जबरदस्ती जय श्री राम के नारे लगवाए. इसके अलावा उसकी दाढ़ी भी काट ली गई. हालांकि मामले की जांच के बाद वायरल वीडियो की सच्चाई कुछ और ही निकली।