अव्यवस्थाओं के बीच रुहेलखंड विश्ववि़द्यालय में शुरु हुईं स्नातक और परास्नातक की परीक्षाएं
बरेली : कोरोना संक्रमण के बाद नियमों में कई फेरबदल और प्रश्नपत्रों की संख्या कम कर गुरुवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षाएं शुरू हुईं। इस दौरान अव्यवस्थाओं और नकलचियों का बोलबाला रहा। हालांकि अब तक चल रही परीक्षाओं में किसी भी केंद्र पर नकलची पकड़े जाने की सूचना नहीं है। लेकिन कई परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों को बोल बोल कर नकल कराए जाने की सूचनाएं और शिकायतें आती रहीं।
गुरुवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षाएं कुल 312 केंद्रों पर शुरू हुईं। इसमें कुल 3.80 लाख परीक्षार्थियों को प्रतिभाग करना था। इसके लिए बरेली में 43 सेंटर बनाए गए थे। सर्वाधिक 28394 परीक्षार्थियों वाले बरेली कालेज में परास्नातक की पहली पाली की परीक्षा में ही परीक्षार्थियों को परेशान होना पड़ा। परीक्षार्थियों ने बताया कि कुल डेढ़ घंटे की परीक्षा में उन्हें पूरा समय नहीं मिल पाया।
बताया कि सिटिंग प्लान ठीक न होने के कारण उन्हें काफी परेशानी हुई। वहीं दूसरी पाली में स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं होनी थीं। परीक्षार्थी यहां समय से पहले पहुंच गए, इसके बाद भी उन्हें अपना परीक्षा कक्ष तलाशने में परेशानी हुई। यह स्थिति शहर के बरेली कालेज में ही नहीं, अधिकतर कालेजों में रही। इसमें महाविद्यालयों के प्राचार्यों का कहना था कि सिटिंग प्लान देर से मिला इसके चलते सिटिंग प्लान ठीक से नहीं बन सका।
वहीं शहर के बाहरी क्षेत्राें और ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक हुई परीक्षाओं की दोनों पालियों में जमकर नकल कराई गई। स्वकेंद्र परीक्षा होने के चलते महाविद्यालयों ने अपने परीक्षार्थियों को बोल कर नकल कराई। परीक्षा देकर बाहर निकले परीक्षार्थियों ने बताया कि कालेजों ने अपने परीक्षार्थियों को खूब नकल कराई। सूचना पर विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए उड़न दस्ता दौड़ते रहे, लेकिन अब तक कहीं से भी नकल पकड़े जाने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।
परीक्षा नियंत्रक अशोक अरविंद ने बताया कि उड़न दस्ता औचक निरीक्षण कर रहे हैं। अब तक नकल कहीं नहीं मिली है। अगर कहीं नकल कराई जाती पाई गई तो संबंधित छात्रों के अलावा कालेज के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।