बरेली के नशा तस्कर के खिलाफ एसटीएफ ने की बड़ी कार्रवाई
बरेली : बरेली के नशा तस्कर के खिलाफ एसटीएफ न बडी कार्रवाई की है। एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश के आरोपित रिजवान की करीब दो करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति केेस में अटैच कर दी है। रिजवान ने यह संपत्ति नशा बेचकर अर्जित की थी।एसटीएफ ने आरोपित की छह संपत्तियां सीज कर दी हैं। जबकि छह बैंक खाते फ्रीज कर तीन वाहन जब्त कर दिए हैं।
एसटीएफ के डीआइजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि बरेली निवासी रिजवान पिछले कई सालों से उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में नशा सप्लाई करता था। रिजवान के खिलाफ बरेली व हरिद्वार में सात मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपित पर शिकंजा कसते हुए उसकी संपत्ति केस में अटैच कर दी है। डीआइजी ने बताया कि नौ मार्च को एंटी ड्रग टास्क फोर्स (एडीटीएफ) ने हरिद्वार में सूरज कुमार निवासी ग्राम करोंदी भगवानपुर हरिद्वार व सोनू सैनी निवासी रायपुर हरिद्वार को 577 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह बरेली (उत्तर प्रदेश) से रिजवान से स्मैक खरीदकर उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों में बेचते हैं। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए रिजवान के संबंध में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। रिजवान के बैंक खातों यूनियन बैंक आफ इंडिया, फिनो पैमेंट बैंक व मैक्स लाइप इंश्योरेंस, बैंक आफ बड़ोदा व एक्सिस बैंक की डिटेल खंगालकर रिपोर्ट फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (एफआइयू) इंडिया को भेजी है। रिजवान की गिरफ्तारी के लिए 27 मई को एक टीम उसके घर फतेहगंज बरेली पहुंची।
आरोपित मौका देखकर फरार हो गया, जहां उसकी पत्नी तवस्सुम को पुलिस गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके पास से 108 ग्राम स्मैक व दो लाख रुपये बरामद किए। एसटीएफ ने नौ जून को रिजवान को बरेली से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित को पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया। आरोपित से नशा तस्कर से अर्जित की गई संपत्ति के दस्तावेज व तस्करी में इस्तेमाल किए जाने वाले पांच मोबाइल फोन बरामद किए गए।
रिजवान से पूछताछ के बाद एसटीएफ ने एक जुलाई को तस्करी में शामिल सहारनपुर निवासी शहजाद व उसकी पत्नी मैसर को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ उत्तराखंड में नशा तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना रिजवान सहित छह नशा तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि कुछ अन्य की गिरफ्तारी अभी की जानी है। रिजवान के खिलाफ बरेली में सात, शहजाद के खिलाफ उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में चार, तबस्सुम के खिलाफ उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश में तीन, मेसर के खिलाफ उत्तराखंड में एक, सोनू सैनी के खिलाफ उत्तराखंड में दो और सूरज कुमार के खिलाफ उत्तराखंड में दो मुकदमे दर्ज हैं।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि कुछ लोग जल्द अमीर बनने के लालच में नशा तस्करी की गिरफ्त में फंस रहे हैं। तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए उन्हें चिह्नित किया जा रहा है। उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, उत्तरकाशी, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल में ऐसे 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिसमें तस्करों से अधिक मात्रा में नशा पकड़ा गया है। उनकी भी प्रापर्टी केस में अटैच करने की कार्रवाई चल रही है।