त्रिशूल एयरबेस से मिली अनुमति, लेकिन बरेली एयरपोर्ट टर्मिनल के एप्रेन में करने होंगे खास बदलाव
बरेली : निजी क्षेत्र की एयरलाइन इंडिगो ने मुम्बई और बेंगलुरु की उड़ान एयरबस से देने का फैसला लिया। बरेली एयरपोर्ट का एप्रेन छोटा होने की वजह से त्रिशूल एयरबेस के एप्रेन पर एयरबस खड़ी होने की रक्षा मंत्रालय की एनओसी भी इंडिगो एथारिटी को मिल गई। लेकिन भविष्य की उड़ानों को ध्यान में रखते हुए टर्मिनल के एप्रेन पर जरूरी बदलाव करने होंगे। इसकी रूपरेखा भी तैयार होने लगी है।
इंडिगो एयरबस के जरिये 180 से अधिक यात्रियों को हवाई सफर की सुविधा देने जा रहा है। बरेली एयरपोर्ट पर फिलहाल एटीआर-72 को एयरफोर्स के रनवे से एप्रेन तक लाने की सुविधा है। मौजूदा वक्त मेें दिल्ली और बरेली के बीच एटीआर-72 से उड़ान दी जा रही है। त्रिशूल एयरबेस के रनवे पर विमान उतरने के बाद बरेली एयरपोर्ट के एप्रेन पर खड़ा होता है। इंडिगो बरेली से मुम्बई और बेंगलुरु की उड़ान एयरबस से देने जा रही है। एयरबस बड़ा विमान होता है। रनवे से बरेली एयरपोर्ट के एप्रेन तक नहीं आ सकती।
इंडिगो की टीम ने अपने पिछले दौरे पर एयरपोर्ट अथारिटी को टैक्सी पाथ-वे और टर्मिनल एप्रेन में बदलाव के सुझाव दिए थे। हो सकता है कि एयरफोर्स और बरेली एयरपोर्ट की बाउंड्री पर बने गेट की चौड़ाई को भी बढाया जाए। अभी बरेली एयरपोर्ट से लो हाइट बस के जरिए यात्रियों को इंडिगो की एयरबस तक पहुंचाने का प्लान किया जा रहा है। इस बारे में एयरपोर्ट अथारिटी के निदेशक राजीव कुलश्रेष्ठ का कहना है कि इंडिगो की टीम के पिछले दौरे पर कुछ सुझाव एप्रेन से संबंधित मिले है। उनके बारे में अधिकारियों को बता दिया गया है।