चोर रास्तों से कमाई वाले स्टेशन पर पहुंच रहे यात्री, रेलवे को लगा रहे चूना, जानिए कैसे
बरेली : यात्रियों की मांग को देखते हुए रेलवे धीरे-धीरे सभी ट्रेनों का संचालन शुरू करता जा रहा है। कोविड से पूर्व जंक्शन पर जहां 182 ट्रेनों का ठहराव था। अब वर्तमान में यहां कुल 130 ट्रेनों का ठहराव हो रहा है। कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए रेलवे कागजों में तो सजग है। प्लेटफार्म में कम से कम लोग पहुंच सके ऐसे में 10 रुपये का बिकने वाला प्लेटफार्म टिकट वर्तमान में 30 रुपये में बिक रहा है। ऐसे में जंक्शन के चोर रास्तों से लोग बिना प्लेटफार्म टिकट के प्लेटफार्म पर पहुंच रहे हैं। जिससे रेलवे राजस्व को चपत भी लग रही है। बीते दिनों काफी सख्ती बढ़ी तो महज 18 दिनों में 1249 प्लेटफार्म टिकट बिक चुके हैं। जबकि मई माह में महज 1350 व जून में 600 प्लेटफार्म टिकट की बिक्री हुई।
प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद करने से रेलवे को दोहरा नुकसान हो रहा था। आय बढ़ाने के लिए आरक्षण काउंटर से प्लेटफार्म टिकट की बिक्री को शुरू किया। जनपद की परंपरा है कि एक यात्री को छोड़ने चार लोग स्टेशन आते हैं। कोरोना संक्रमण को लेकर स्टेशन में भीड़ कम करने के लिए रेलवे ने प्लेटफार्म टिकट दर तीन गुनी कर दी है। जिससे स्टेशन में फालतू आने वालों पर शिकंजा कस सके। जंक्शन पर वर्तमान में पांच हजार से अधिक यात्री आवागमन कर रहे हैं।
हमेशा की तरह स्टेशन आने वाले यात्रियों से चार गुना ज्यादा छोड़ने व लेने वालों की भीड़ रहती है। इससे कोरोना संक्रमण के फैलाव का खतरा ज्यादा रहता है। दस रुपये का प्लेटफार्म टिकट होने से हर कोई इसे आसानी से ले लेता था। इसके बाद स्टेशन में घूमता नजर आता था। रेलवे के उच्च अधिकारियों के निर्देश पर स्टेशन से फालतू भीड़ को कम करने के लिए प्लेटफार्म टिकट की दर बढ़ाकर सीधा 30 रुपये कर दी गई है।
500 रुपये जुर्माना व तीन माह की है जेल
बिना प्लेटफार्म टिकट स्टेशन में घूमते पकड़े जाने पर रेलवे एक्ट की धारा के तहत 100 से 500 सौ रुपये तक जुर्माना भरना पड़ सकता है। जुर्माना न भरने में तीन माह तक की जेल भी हो सकती है। बिना टिकट प्लेटफार्म में घूमने वालों के विरुद्ध आरपीएफ चेकिग अभियान चला रही है। प्रतिमाह ऐसे कई आरोपित पकड़े भी जाते हैं।
एक नहीं प्लेटफार्म पर पहुंचने के लिए कई हैं चोर रास्ते
मुरादाबाद मंडल का सबसे अधिक राजस्व देने वाला बरेली जंक्शन वैसे तो ए श्रेणी का स्टेशन हैं। लेकिन यहां उसके मुताबिक व्यवस्थाएं नहीं हैं। प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए जीआरपी थाने, आरपीएफ थाने, पार्सल घर के अलावा सुभाष नगर पुलिया, रेलवे अस्पताल के साथ ही सुभाष नगर रेलवे कालोनी की ओर बने दूसरे प्रवेश द्वार से भी लोग बिना प्लेटफार्म टिकट के आना जाना करते हैं।