कारगिल युद्ध में 19 गोलियां खाने वाले परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव बोले- सिर्फ वर्दी पहनने वाला ही सैनिक नहीं
बरेली : 4 जुलाई 1999 का दिन भारतीय सेना के लिए गौरव का दिन था। कारगिल युद्ध के दौरान इसी दिन भारतीय सेना ने टाइगर हिल पर एक बार फिर अपना कब्जा कर लिया था। सेना की टुकड़ी की अगुवाई कर रहे हवलदार योगेंद्र यादव ने 36 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में अदम्य शौर्य का प्रदर्शन किया था। 19 गोलियां खाने के बाद भी उन्होंने टाइगर हिल पर तिरंगा फहराया था।
इस अदम्य शौर्य के लिए भारत सरकार ने उन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया था। इसी साल गणतंत्र दिवस पर योगेंद्र को पदोन्नत कर ऑनरेरी लेफ्टिनेंट बना दिया गया। योगेंद्र इन दिनों जेएलए बरेली में तैनात हैं। चार जुलाई के उस दिन को याद करते हुए एसबीआई ने रविवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया। शहर के स्टेशन रोड स्थित स्वर्ण टावर होटल में आयोजित कार्यक्रम में लखनऊ मंडल के महाप्रबंधक दिग्विजय सिंह रावत ने उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान योगेंद्र ने उन पलों को साझा किया।
उन्होंने कहा कि देश की सेवा करने वाला प्रत्येक नागरिक सैनिक है। महाप्रबंधक दिग्विजय सिंह रावत ने कहा कि स्टेट बैंक हमेशा ही सेना का सम्मान करता आया है और यह सिलसिला हमेशा जारी रहेगा। इसके बाद उन्होंने योगेंद्र सिंह यादव को स्मृति चिन्ह देकर उन्हें सम्मानित किया गया। डीजीएम प्रकाश चंद्र बरोड़ ने सभी का धन्यवाद दिया।