अनलॉक के पहले दिन बरेली में उमड़ी भीड़ , सड़कों पर लगा जाम
बेतहाशा ट्रैफिक और भीड़भाड़ से जाम हुए चौराहे, प्रमुख बाजारों की सड़कों पर भी पैदल गुजरना भी हुआ मुश्किल
बरेली : चेहरों पर मास्क दिखे मगर जमकर उड़ीं शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां बरेली। करीब 40 दिनों बाद कोरोना कर्फ्यू हटते ही शहर में इस कदर भीड़ उमड़ी कि प्रमुख चौराहे जाम हो गए। भीषण गर्मी के बावजूद ज्यादातर बाजार भीड़ से ठसाठस भरे नजर आए। लोगों के चेहरों पर मास्क तो दिखा लेकिन शारीरिक दूरी के नियम की हर तरफ धज्जियां उड़ीं।
कोरोना कर्फ्यू हटने के बाद बाजारों में भीड़ उमड़ने का पहले से अंदेशा था लेकिन इसके बावजूद पुलिस और प्रशासन की ओर से भीड़ को नियंत्रित करने का कोई इंतजाम नहीं किया गया। करीब सवा महीने तक सन्नाटे में डूबे रहे बाजार में सोमवार को सुबह सात बजे से ही रौनक दिखने लगी। दस बजे तक पूरा बाजार खुल गया और इसके साथ बेतहाशा भीड़भाड़ भी हो गई। सड़कों पर भारी ट्रैफिक निकलने की वजह से चौराहों पर जाम लगना शुरू हो गया। लगभग पूरे दिन यही हालात बने रहे। कोरोना कर्फ्यू में 40 दिन से सिर्फ आवश्यक सेवा वाली दुकानें ही सुबह सात बजे से 11 बजे तक ही खुल रही थीं।
श्यामगंज : गलियों में भीड़, दुकानें भी ठसाठस
श्यामगंज बाजार में सुबह से भीड़ जुटनी शुरू हो गई। फल मंडी से किराना मंडी की मुख्य गली के साथ छोटी-छोटी गलियों में भी जबरदस्त भीड़ दिखाई दी। ज्यादातर दुकानदार तो मास्क लगाए दिखाई दे रहे थे मगर कई ग्राहकों के चेहरे से मास्क नहीं दिखा। दुकानों पर कोविड गाइड लाइन का पालन भी होता नहीं दिखा। कई दुकानों में ग्राहकों की भीड़ जमी हुई थी।
कुतुबखाना : सराफा और कपड़ा बाजार में टूटे लोग
कुतुबखाना के मुख्य चौराहे पर आम दिनों में रहने वाले भीषण जाम से लॉकडाउन के दौरान राहत मिली थी लेकिन सोमवार को फिर बाजार में जाम के हालात दिखाई दिए। बेतहाशा ट्रैफिक होने की वजह से चौराहे पर भी हर दस से पंद्रह मिनट बाद जाम लग रहा था। इस इलाके में ज्वैलर्स और कपड़ों की दुकान पर भी खूब भीड़भाड़ दिखाई पड़ी।
बांसमंडी : पूरे दिन रही भीड़भाड़, जाम हुईं सड़कें
लॉकडाउन खुलते ही बांसमंडी में उमड़ी भीड़ की वजह से सड़कें जाम हो गईं। लगभग पूरे दिन लोग जाम से जूझते रहे। ई रिक्शा और टेंपो की भरमार के कारण लोगों को बाजार में पैदल निकलने में भी दिक्कतें उठानी पड़ीं। जाम से बचने के लिए बाइक सवार मुख्य सड़क को छोड़कर छोटी गलियों से गुजरते दिखाई दिए।
किला बाजार : सड़क से लेकर गलियाें तक जाम
किला बाजार में अब तक सन्नाटा छाया हुआ था लेकिन सोमवार को जबर्दस्त भीड़ दिखाई दी। सड़कों और गलियों में तो जाम लगा ही रहा, कई दुकानों पर भी तिल रखने तक की जगह नहीं थी। दुकानदारों का कहना था कि कई दिन बाद बाजार खुला है, इसलिए भीड़ ज्यादा है। हालांकि बाजार में ऐसे ही भीड़भाड़ बनी रही तो आने वाले दिनों में भीषण जाम का सामना करना पड़ सकता है।
पुराना रोडवेज अड्डा : पूरे दिन जाम में फंसे रहे लोग
पुराने रोडवेज बस अड्डे के इलेक्ट्रिक बाजार में सबसे ज्यादा भीड़भाड़ रही। पूरे दिन इस सड़क पर जाम लगा रहने की वजह से हालात बेहद खराब दिखे। नावल्टी चौराहे से जुड़ी जिला अस्पताल रोड, पटेल चौक रोड और इंद्रा मार्केट तक जाम लगा हुआ था। बस अड्डे पर भी पहले दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ दिखाई दी।
बाजार खुलने से मिली राहत
कई दिनों से काम बंद पड़ा था। छोटे दुकानदार तो अपनी जमा पूंजी भी खा चुके थे। बाजार खुलने के बाद फिर काम शुरू किया है। –रवि गुप्ता, कचौड़ी दुकानदार
लॉकडाउन में कोई काम नहीं हुआ। जो उधारी हो गई थी वह भी नहीं मिल पाई। सोमवार को बाजार खुला तो फिर नए सिरे से काम शुरू किया है। –विमल कुमार, सरिया व्यापारी
डेढ़ महीने से सिर्फ चार घंटे दुकान खोलने का मौका मिल रहा था। इससे नुकसान भी हुआ। सोमवार को बाकी दिनों की अपेक्षा कारोबार बेहतर रहा। –मनोज कश्यप, दूध व्यापारी
पूरा सहालग निकल गया। अब दुकानें खोलने का मौका मिला है तो बाजार में रौनक लौटी है। अभी कुछ दिन की सहालग है, उम्मीद है कि अच्छा व्यापार हो जाएगा। –मंजीत सिंह बिट्टू, गारमेंट्स व्यापारी
मेडिकल बाजार तो खुल रहा था। अब आसपास की और सभी दुकानें खुलने से रौनक लौटी है। दुकानदारों ने भी मास्क लगाया है। प्रयास रहा कि काउंटर पर भीड़ इकठ्ठी न हो। –दुर्गेश खटवानी, दवा व्यापारी
बाजार में सभी दुकानदारों ने कोविड नियमों का पालन किया और मास्क लगाकर ही दुकानें खोली। जो ग्राहक मास्क नहीं लगाए थे उन्हें जागरूक भी किया। –राजेश छाबड़ा, अध्यक्ष शास्त्री मार्केट एसोसिएशन