अब देवभाषा संस्कृत में पारंगत होंगे बेसिक स्कूलों के छात्र, कक्षा एक से सीखेंगे भाषा की बारीकियां
बरेली : परिषदीय स्कूलों में अब पहली और दूसरी कक्षा के छात्र भी देव भाषा संस्कृत से रु ब रू होंगे। बच्चों को शुरुआत से ही देव भाषा संस्कृत सिखाने का निर्णय बेसिक शिक्षा विभाग ने लिया है। जिसके तहत बेसिक शिक्षा विभाग शुरुआत से ही बच्चों को संस्कृत भाषा की बारीकी भी सिखाएगा। गौरतलब है कि अभी तक कक्षा तीन से बच्चों को वर्तिका पुस्तिका के रुप में संस्कृत का पाठयक्रम मिलता था। फिलहाल कक्षा एक और दो कक्षा के बच्चों के लिए संस्कृत की किताबें अभी नहीं पहुंची है।
बच्चाें की नींव मजबूत करने के लिए कक्षा एक से पढ़ाई जाएगी संस्कृत
बच्चों की शुरुआती नींव को मजबूत करने के लिए कक्षा एक से ही संस्कृत की पढ़ाई कराई जाएगी। इसमें बच्चों को संस्कृत के शब्दबोध के साथ विषय का शुरुआती ज्ञान दिया जाएगा। इसके अलावा बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से नए सत्र के लिए बदले गए के पाठ्यक्रम के अनुसार कक्षा चार और पांच में बच्चों को वैदिक गणित का अध्ययन भी कराया जाएगा।
वैदिक गणित के सहारे छात्रों को प्रतियोगात्मक परीक्षाओं में मिलेगा सहयोग
विभाग के इस निर्णय से संस्कृत भाषा को लेकर छात्रों की नींव मजबूत होगी, जो उनके लिए भविष्य में फलदायी साबित होगी। वहीं वैदिक गणित के सहारे छात्रों को प्रतियोगात्मक परीक्षाओं में भी काफी सहयोग मिलेगा। प्रशिक्षण के जिला समन्वयक योगेश कुमार ने बताया कि अब तक कक्षा तीन से वर्तिका नाम से चलने वाली पुस्तक से बच्चों की संस्कृत की पढ़ाई शुरू होती थी। लेकिन, अब संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए शुरूआत से ही इसमें बच्चों की रुचि को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।