लाल फाटक हुआ 90 दिनों के लिए बंद यातायात रहेगा बाधित
बरेली : लाल फाटक पर 90 दिनों तक ट्रैफिक बंद रहने के दौरान वहां से गुजरने वाली यातायात व्यवस्था को बनाने के लिए गहन मंथन चल रहा है। बदायूं की ओर रोडवेज बसों के संचालन को लेकर परिवहन निगम के अधिकारी मशक्कत में जुट गए हैं। सोमवार को अस्थायी बस अड्डा बनाने के लिए जगह चिह्नित करने को टीम भेजी गई। वहीं, मंगलवार को रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने बरेली और रुहेलखंड डिपो के एआरएम की बैठक बुलाई है।
रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया बदायूं की ओर प्रतिदिन सौ से अधिक बसों का संचालन किया जाता है। लाल फाटक पर 90 दिनों तक डायवर्जन रहने के दौरान बसों का आवागमन बाधित होगा। फरीदपुर होकर रोडवेज बसें निकालने से यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। कोरोना के चलते पहले ही परिवहन निगम आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में यह विकल्प कारगर नहीं है।
चौपुला से रोडवेज बसें शहर में लाने पर चौपुला, पटेल चौक और चौकी चौराहा पर जाम की समस्या और विकराल हो जाएगी। ऐसे में बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है। बदायूं रोड पर अस्थायी बस अड्डा बनाना भी एक विकल्प है। बस अड्डा बनाने के लिए उपयुक्त जगह का चुनाव करने के लिए सोमवार को सर्वे भी कराया गया। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया मंगलवार को बैठक बुलाई गई है। इस दौरान बदायूं की ओर बसों के संचालन की सभी संभावनाओं पर विचार किया जाएगा। अस्थायी बस अड्डा बनाने के लिए जगह की तलाश की जा रही है।
फरीदपुर में जाम से बचाने को दो ओर से वाहन गुजारने की तैयारी
लाल फाटक पर रूट डायवर्जन के दौरान फरीदपुर में दो मार्गों से वाहन गुजारने की तैयारी चल रही है। इस पर अधिकारी मंथन कर रहे हैं, मंगलवार को बैठक के बाद रूट डायवर्जन का प्लान तैयार उसे जारी किया जाएगा।
रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया बदायूं की ओर प्रतिदिन सौ से अधिक बसों का संचालन किया जाता है। लाल फाटक पर 90 दिनों तक डायवर्जन रहने के दौरान बसों का आवागमन बाधित होगा। फरीदपुर होकर रोडवेज बसें निकालने से यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा। कोरोना के चलते पहले ही परिवहन निगम आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में यह विकल्प कारगर नहीं है। चौपुला से रोडवेज बसें शहर में लाने पर चौपुला, पटेल चौक और चौकी चौराहा पर जाम की समस्या और विकराल हो जाएगी।
ऐसे में बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया जा रहा है। बदायूं रोड पर अस्थायी बस अड्डा बनाना भी एक विकल्प है। बस अड्डा बनाने के लिए उपयुक्त जगह का चुनाव करने के लिए सोमवार को सर्वे भी कराया गया। क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी ने बताया मंगलवार को बैठक बुलाई गई है। इस दौरान बदायूं की ओर बसों के संचालन की सभी संभावनाओं पर विचार किया जाएगा। अस्थायी बस अड्डा बनाने के लिए जगह की तलाश की जा रही है।
लाल फाटक पर दोनों ही फाटक बंद किए जाने हैं। ऐसे में कैंट रेलवे स्टेशन पर रैक के जरिये आने वाले सीमेंट समेत अन्य सामान की ढुलाई भी बंद हो जाएगी। इसको लेकर ट्रांसपोर्टर्स ने एसपी ट्रैफिक से मुलाकात करके अपनी दिक्कतें बताई हैं। कहा है कि इससे उनका काफी नुकसान होगा। उनकी समस्या को देखकर वहां से बुखारा की ओर जाने के लिए कुछ जगह देने पर विचार हो रहा है।
बंद होंगी दुकानें, आवागमन होगा मुश्किल
लाल फाटक के आसपास झील गौंटिया समेत कुछ छोटे-छोटे गांव और कॉलोनियां भी हैं। फाटक बंद होने से इन लोगों का रास्ता भी बंद हो जाएगा। ऐसे में उनका रास्ता बनाने को लेकर भी मंथन चल रहा है। इसके अलावा लाल फाटक पर दोनों फाटकों के बीच स्थित तमाम दुकानें भी निर्माण कार्य के दौरान बंद होना तय माना जा रहा है।