बरेली में हुआ स्थापित इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर
बरेली : प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद यातायात नियमों के उल्लंघन पर ऑनलाइन कटेंगे चालान
पूरे शहर पर एक साथ रहेगी नजर, आपराधिक वारदातों पर भी नियंत्रण की उम्मीद बरेली। स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम की निर्माणाधीन इमारत में स्थापित इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आई ट्रिपल सी) का शुक्रवार को सात कैमरों पर ट्रायल किया गया। ट्रायल के बाद अफसरों ने इसके कामयाब होने का दावा करते हुए कहा कि सितंबर तक शहर के 145 चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर नौ सौ कैमरे लगाकर सिस्टम को चालू कर दिया जाएगा। करीब 167 करोड़ का प्रोजेक्ट आई ट्रिपल सी शुरू होने के बाद ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर खुद ब खुद चालान कटेगा। तकरीबन पूरा शहर नजर में रहने से आपराधिक गतिविधियां भी कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
आई ट्रिपल सी का ट्रायल कमिश्नर आर कुमार, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, मेयर उमेश गौतम, स्मार्ट सिटी के सीईओ अभिषेक आनंद समेत कई अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ।
ट्रायल के लिए डेलापीर, डीडीपुरम, ईंट पजाया, राजेंद्रनगर समेत शहर में सात चौराहों पर कैमरे लगाए गए थे। आई ट्रिपल सी में लगी बड़ी एलईडी स्क्रीन पर हनीवेल कंपनी के अधिकारियों ने डेमो देते हुए सबसे पहले अधिकारियों को ट्रैफिक व्यवस्था दिखाई। कैमरों को ट्रैफिक पर फोकस करते हुए बताया कि कंट्रोल सेंटर में बैठकर किस तरह गाड़ियों के चालान काटने के साथ ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके बाद शहर के मुख्य मार्गों पर निगरानी करने का भी प्रदर्शन किया।
ट्रायल के दौरान अधिकारियों ने हनीवेल की टीम से तमाम सवाल किए, कंपनी के लोगों ने सवालों के जवाब देेने के साथ उन्हें आई ट्रिपल सी प्रोजेक्ट की कई बारीकियां भी बताईं। स्मार्ट सिटी के सीईओ अभिषेक आनंद ने बताया कि आई ट्रिपल सी प्रोजेक्ट का ट्रायल सफल रहा है। सितंबर तक शहर में सभी कैमरे लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यह प्रोजेक्ट काम शुरू कर देगा।
प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने आ सकते हैं मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल में ही एक वर्चुअल बैठक के दौरान इस प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने पर जोर दिया था। इसी के बाद अफसर लगातार प्रोजेक्ट को जल्द शुरू करने में जुटे हुए हैं। अफसरों का कहना है कि प्रोजेक्ट सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने मुख्यमंत्री आ सकते हैं।
टोल फ्री नंबर हो जिस पर विश्व में कहीं से भी की जा सके कॉल
आई ट्रिपल सी प्रोजेक्ट पर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने कई सुझाव भी दिए। मेयर उमेश गौतम ने कहा कि कई बड़े शहरों में पाइप लाइन में लगी चिप के माध्यम से पानी की लीकेज का पता लगा लिया जाता है। बरेली में प्रोजेक्ट को और हाईटेक करते हुए इस तरह का काम सीवर लाइन में भी करने की जरूरत है। इससे सड़कों की व्यर्थ खोदाई नहीं करनी पड़ेगी। कमिश्नर आर रमेश कुमार ने कहा कि प्रोजेक्ट की शुरूआत होना बरेली के लिए बड़ा दिन होगा। उन्होंने एक टोल फ्री नंबर जारी करने का सुझाव दिया ताकि दुनिया में कहीं से भी किसी को किसी संपत्ति के बारे में जानकारी चाहिए हो तो वह उस पर कॉल कर यह जानकारी हासिल कर सके। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि सितंबर तक काम पूरा होने के बाद बरेली के लोगों को सड़कों पर अहम बदलाव दिखाई देंगे। ट्रैफिक कंट्रोल करने में काफी मदद मिलेगी और ई चालान भी आसानी से हो सकेंगे।