बरेली में साइबर ठग ने खुद को बताया बैंककर्मी, फाइनेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर के खाते से उड़ाए पचास हजार
बरेली : साइबर ठग ने खुद को बैंक कर्मी बता फाइनेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर से पचास हजार रुपये की ठगी कर डाली। ठग ने रीजनल मैनेजर को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाने व बिल जमा करने का समय बढ़वाने का झांसा देकर एक एप डाउनलोड कराया। एप डाउनलोड करते हुए जैसे क्रेडिट कार्ड की डिटेल डाली, उनके खाते से पचास हजार रुपये कट गए। पीड़ित ने बारादरी थाने में ठग के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
फाइनेंस कंपनी के रीजनल मैनेजर गिरिजेश कुमार बारादरी के सैनिक कालोनी में रहते हैं। बताया कि वह मूलरूप से मिर्जापुर के जोखा गांव के रहने वाले हैं। दस साल से वह बरेली में तैनात हैं। गिरिजेश के मुताबिक, जून माह में उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड से खरीदारी की थी। खरीदारी के बाद उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को आइसीआइसीआइ बैंक का कर्मचयारी बताया। क्रेडिट कार्ड से की गई खरीदारी का बिल जमा करने का समय बढ़वाने व लिमिट बढ़वाने का झांसा देकर एक एप डाउनलोड कराया। एप डाउनलोड होते हुए ठग ने क्रेडिट कार्ड की जानकारी अपडेट करने की बात कही। जैसे ही उन्होंने क्रेडिट कार्ड की जानकारी डाली, ठग ने उनके खाते से 49 हजार पांच सौ 87 रुपये उड़ा दिये। ठगी की जानकारी होते ही तत्काल उन्होंने अपना क्रेडिट कार्ड होल्ड करा दिया।
दंपती के खाते से तीन बार में उड़ाई हजारों की नगदी
एक दो बार नहीं, एक ठग ने एक दंपत्ति के खाते से बीते दो महीनों में तीन बार ठगी की। दो बार महिला के खाते से रकम उड़ाई तो एक बार उसकी पति के खाते से। हजारों रुपये की ठगी का शिकार पीड़िता ने बारादरी थाने में साइबर ठग के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता अनीता कुमार बारादरी के ग्रीन पार्क की रहने वाली हैं। बताया कि उनका व उनके पति रामस्वरूप का भारतीय स्टेट बैंक में खाता है। 20 और 21 जून को दो बार में करके ठग ने उनके खाते से 45 हजार पांच सौ 18 रुपये निकाल लिए।
ठगी की जानकारी तब हुई जब पीड़िता ने अपनी पासबुक प्रिंट कराई। एक मई को उनके पति के खाते से ठगों ने 16 हजार पांच सौ रुपये ठग लिये। पुलिस से शिकायत की गई। आरोप है कि सुनवाई न होने के चलते बीते दो माह में ठग उनके व पति के खाते से 62 हजार 18 रुपये की ठगी कर चुके हैं। तीन बार ठगी का शिकार होने के बाद बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।