बरेली में पार्षदों के निशाने पर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था, बाेले- कम क्यों वसूला जा रहा यूजर चार्ज
बरेली : शहरवासियों की सुविधा को शुरू की गई डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था सभी तक नहीं पहुंच पा रही है। यहां तक कि जितने करदाता निगम को टैक्स दे रहे हैं, उनको भी यह सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसलिए उनसे यूजर चार्ज नहीं वसूला जा रहा है। निगम के पार्षदों ने कम यूजर चार्ज वसूले जाने पर आपत्ति खड़ी कर दी है।
भाजपा पार्षद विकास शर्मा ने बीते दिनों हुई बोर्ड की बैठक में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था को घाटे का बताया था। उनका कहना है कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में नगर निगम को भारी नुकसान हो रहा है। 2.53 करोड़ की आय नगर निगम को हुई है जबकि इस मुहिम को चलाने वाली कंपनी को नगर निगम 3.84 करोड़ का भुगतान किया जा रहा है। यानी 1.31 करोड़ का नुकसान नगर निगम को हुआ है।
उन्होंने सवाल खड़ा किया कि जब जब निगम को टैक्स देने वालों की संख्या करीब डेढ़ लाख है तो यूजर चार्ज सिर्फ एक लाख क्यों वसूला जा रहा है। पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान ने अब तक 1.09 लाख घरों से ही कूड़ा कलेक्शन किए जाना बताया है। उनका कहना था कि शहर में कूड़ा उठाने के लिए दो एजेंसियों को लगाया गया है। तमाम लोग एजेंसियों को कूड़ा नहीं दे रहे हैं। अब उनके खिलाफ नोटिस देने की कार्रवाई की जाएगी।
कर निर्धारण अधिकारी ललतेश कुमार सक्सेना ने बताया
शहर में 1.42 लाख करदाता संपत्ति कर चुका रहे हैं। पार्षद राजकुमार गुप्ता, शमीम अहमद, सलीम पटवारी आदि ने कहा कि जब करदाताओं की संख्या ज्यादा है तो कम यूजर चार्ज क्यों हैं। उन्होंने मामले की जांच किए जाने को कहा, ताकि सच्चाई सामने आए। नगर आयुक्त अभिषेक आनंद का कहना है कि मामले में अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह से रिपोर्ट मांगी गई है।