UPSTF : सुषमा बड़ाईक को दिनदहाड़े गोली मारने वाले सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग के दो शूटर जनपद-लखनऊ से गिरफ्तार

स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। प्रेस नोट संख्याः 03, दिनांक 06-01-2023

राँची की बहुचर्चित घटना, जिसमें सुषमा बड़ाईक को दिनदहाड़े गोली मारने वाले सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग के दो शूटर जनपद-लखनऊ से गिरफ्तार।

दिनांक 05-01-2023 को एसटीएफ उ0प्र0 को राँची की बहुचर्चित घटना जिसमें सुषमा बड़ाईक को पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद दिनदहाड़े गोली मारकर फरार होने वाले सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग के 02 शूटरों को जनपद लखनऊ के पारा थानाक्षेत्र से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः– 1- फरहान खान पुत्र समीउल कदर खाँ पता- प्लाट नं0- 08, दुबग्गा, बरौरा हुसैन बाङी, थाना ठाकुरगंज जनपद लखनऊ। 2- मो0 मुद्दसिर पुत्र अतीक अहमद पता- म0सं0- 294/78, बाजारखाला, नियर चारमिनारी मस्जिद, धोबीसराय, थाना बाजारखाला जनपद लखनऊ।

बरामदगीः– 1- 01 अदद आधार कार्ड। 2- 03 अदद मोबाइल।

गिरफ्तारी का स्थान/दिनांकः– लक्ष्मण विहार फाटक के पास, ताज काम्प्लेक्स के सामने थाना पारा, जनपद-लखनऊ। दिनांक 05-11-2023 समय-17ः15 बजे।

दिनांक 13-12-2022 को थाना अरगोड़ा, जिला राँची क्षेत्रान्तर्गत, राँची की चर्चित महिला सुषमा बड़ाईक को पुलिस सुरक्षा में होने के बावजूद हरमू और सहजानंद चौक के बीच में दिनदहाड़े गोली मारी गयी, जिसके सम्बन्ध में थाना अरगोड़ा जनपद राँची में मु0अ0सं0 455/2022 धारा 324/326/307/34 भा0द0वि0 व 27 आर्म्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत हुआ था।

उक्त घटना में शूटरों के उ0प्र0 में होने की सूचना पर उनकी गिरफ्तारी हेतु राँची पुलिस द्वारा एसटीएफ उ0प्र0 से सहयोग मांगा गया, जिस पर श्री दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ, उ0प्र0, लखनऊ को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया, जिसके क्रम में श्री दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक के पर्यवेक्षण में एवं निरीक्षक श्री हेमंत भूषण सिंह के नेतृत्व में हे0का0 हरीश सिंह चौहान मु0आ0 पवन सिंह विशेन, मु0आ0 आलोक रंजन, मु0आ0 सुनील कुमार यादव, आरक्षी राम सिंह एस0टी0एफ0 लखनऊ एवं राँची पुलिस द्वारा धरातलीय अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

अभिसूचना संकलन के दौरान दिनांक 05-01-2023 को सूचना प्राप्त हुई कि थाना अरगोड़ा, जिला राँची क्षेत्रान्तर्गत, बहुचर्चित महिला सुषमा बड़ाईक को गोली मारने वाले शूटर लक्ष्मण विहार फाटक के पास ताज काम्प्लेक्स के सामने पारा रोड, राजाजीपुरम में मौजूद हैं, यदि शीघ्रता की जाय तो पकडे जा सकते हैं। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा रांची पुलिस को साथ लेकर लक्ष्मण विहार फाटक पारा रोड राजाजीपुरम के पास पहुंचकर उक्त दोनों शूटरों को आवश्यक बल प्रयोग करके गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।

पूछताछ पर अभियुक्त फरहान उपरोक्त ने बताया कि वह कई वर्षों से सलीम-शोहराब-रुस्तम गैंग का सक्रिय सदस्य है और लखनऊ में कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया है। वर्ष 2020 उसकी बहन अमरीन की शादी आरा, बिहार के रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव व राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान के साथ हुई थी।

दो-तीन महीने पहले उसकी बहन अमरीन एवं बहनोई दानिश रिजवान उसके घर लखनऊ आये थे, जहाँ पर मुझे मेरे बहनोई दानिश रिजवान के द्वारा बताया गया कि राँची की रहने वाली एक महिला सुषमा बड़ाईक उर्फ़ पद्मा बड़ाईक जिसने झारखण्ड के आई0जी0, आई0पी0एस0 नटराजन समेत कई लोगों के विरुद्ध यौन-शोषण व बलात्कार के मुकदमें दर्ज कराये हैं, के द्वारा मेरे ऊपर भी यौन-शोषण करने के आरोप में केस दर्ज कराने का प्रयास कर रही है, जिसके सम्बन्ध में माननीय उच्च न्यायालय राँची में पिटीशन भी दाखिल की है, जिसमें सुषमा बड़ाईक द्वारा मेरे ऊपर आरोप लगाया जा रहा है कि उसके बेटे का पिता मैं हूँ।

मेरे बहनोई ने सुषमा की हत्या करवाने के लिए रुपये का ऑफर दिया तथा हथियार आदि की व्यवस्था भी कराने के लिए भी कहा तो मैं इस काम को करने के लिए तैयार हो गया।

मैंने अपने बहनोई दानिश की मुलाकात अपने दोस्त मुद्दसिर जो कि बाजारखाला के पास का रहने वाला है और गुड्डु उर्फ उमर जो बारुद खाना, चिकमन्डी, लखनऊ का रहने वाला से कराई और वहीं पर हम लोगों ने सुषमा को मारने का प्लान बनाया। कुछ दिनों बाद दानिश ने मुझे पटना बुलाया, जहाँ पर मुझे दानिश रिजवान के द्वारा दो पिस्टल तथा 12 कारतूस व लगभग 30 हजार रुपये दिए गए तथा सुषमा बड़ाइक की फोटो आदि उपलब्ध कराई गयी।

मैं पिस्टल तथा 12 कारतूस लेकर लखनऊ आ गया। इसके बाद मैं 22 नवंबर 2022 को राँची, गुड्डु उर्फ उमर के साथ गया, जहाँ पर दानिश रिजवान के द्वारा मुझे सुषमा बड़ाईक के प्लाजा चौक के पास वाले घर तथा हरमू चौक के पास स्थित घर का पता बताया। मै तथा गुड्डू दोनों वहाँ जाकर अच्छे से रेकी कर हर एक जगह को समझ कर वापस लखनऊ आ गए। फिर कुछ दिन बाद मैनें गुड्डू को 12 हजार

गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन

 

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