UPSTF : खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग का सरगना शहबाज अपने 05 साथियों के साथ लखनऊ से गिरफ्तार

स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। प्रेस नोट संख्याः 294, दिनांक 07-09-2022

डार्कवेब से भारत व अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों का डाटा प्राप्त कर वर्चुअल मनी (बिटकॉइन) के माध्यम से नशीली/प्रतिबंधित दवाईयों की खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग का सरगना शहबाज अपने 05 साथियों के साथ लखनऊ से गिरफ्तार, भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद ।

दिनांकः 07-09-2022 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को नशीली/प्रतिबंधित दवाईयों के भारत व अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों का डाटा डार्कवेब से प्राप्त कर वर्चुअल मनी (बिटकॉइन) के माध्यम से खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग के सरगना शहबाज को उसके 05 साथियों के साथ कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा, लैपटॉप आदि बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः

1- शहबाज खान पुत्र शहनवाज खान निवासी औरंगाबाद खालसा, बिजनौर रोड, थाना बिजनौर, लखनऊ। 2- आरिज एजाज पुत्र एजाज अहमद निवासी स्थायी पता ग्राम बरूआ, थाना गोसाईगंज, लखनऊ। वर्तमान पता प्रथम तल, आर्चेट अपार्टमेंट, हैदरगंज चौराहा, थाना बाजार खाला, लखनऊ। 3- गौतम लामा पुत्र स्व0 पूरन बहादुर निवासी बी-20, आलमबाग, लखनऊ। 4- शारिब एजाज पुत्र एजाज अहमद निवासी ग्राम बरूआ, अमेठी, थाना गोसाईगंज, लखनऊ। 5- जावेद खान पुत्र स्व0 नूर मोहम्मद निवासी मोहम्मदनगर, थाना बिजनौर, लखनऊ। 6- सऊद अली उर्फ अली पुत्र हफीज अहमद निवासी इनौना थाना मोहनगंज, अमेठी स्थायी पता मोहल्ला भदेवां, थाना ऐशबाग, लखनऊ।

बरामदगीः

1- कुल 136 स्ट्रिप दवाई (36 स्ट्रिप X15= 540 टैबलेट Tramanof-P, 10 स्ट्रिप X 10=100 टैबलेट Tramef-AP, 90 स्ट्रिप X8 = 720 Spasmo-Proxyvon Plus) 2- 01 अदद लैपटाप। 3- 30 अदद डेबिट/क्रेडिट कार्ड। (ऱाष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय बैंको के) 4- 17 अदद मोबाइल। 5- 05 अदद आधार कार्ड। 6- 03 अदद कार रजि0नं0- (UP32GT3366 BMW GT, UP32JB3003 TATA Safari, UP32LQ3003 Ford Endeavour)7- 01 अदद मोटर साइकिल। 8- 05 अदद पैन कार्ड। 9- 05 अदद ड्राइविंग लाइसेंस। 10- 05 अदद वोटर कार्ड। 11- रू0 5110/- नगद।

गिरफ्तारी का स्थान दिनांक व समयः

61/1 चन्दर नगर, आलमबाग, थाना आलमबाग कमिश्नरेट लखनऊ, दिनांक 07-09-2022 समय करीब 06.00 बजे सुबह।

विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस पास के जनपदो में चोरी छुपके प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पोर्टल के माध्यम खरीद फरोख्त कर ठगी व नशे का व्यापार कर अवैध रूप से धनार्जन कर रहे गैंगो की सूचना प्राप्त हो रही है। उपरोक्त सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक श्री दीपक कुमार सिंह के पर्यवेक्षणाधीन टीम द्वारा सुरागरसी पतारसी की गयी व मुखबिर तन्त्र को सक्रिय किया गया तो ज्ञात हुआ कि जनपद लखनऊ के आलमबाग थाना क्षेत्र में एक सक्रिय गैंग द्वारा प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की अवैध रूप से ऑन लाइन माध्यम से कॉल सेण्टर चलाते हुए खरीद व बिक्री कर रहे है।

उक्त सूचना को विकसित करने हेतु निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह के नेतृत्व में एक टीम उ0नि0 तेज बहादुर सिंह, मु0आ0 हरीश सिंह चौहान, मु0आ0 कृष्ण कांत शुक्ला, मु0आ0 पवन सिंह बिसेन, आ0 सुनील कुमार, आ0 राम सिंह, आ0 आलोक रंजन, का0 कमाण्डो रवि कुमार की गठित की गयी। इस टीम द्वारा इनके आने जाने के स्थानों व ठिकानों की जानकारी आदि एकत्रित की गयी।

आज दिनांक 07-09-2022 को मुखबिर खास द्वारा सूचना दी गयी कि उक्त गैंग का मुखिया शहबाज अपने साथियों के साथ अपने आलमबाग स्थित किराये के कमरे पर मौजूद है और कुछ दवाइयों के सैम्पल लेकर उन्हंे खरीदने व बेचने के सम्बन्ध में अपने साथियों के साथ कॉल सेण्टर का काम कर रहा है, यदि जल्दी की जाये तो पकड़ा जा सकता है। उक्त सूचना पर एस0टी0एफ0 की टीम आलमबाग चौराहे पर पहुंची और एस0टी0एफ0 टीम द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त (औषधि) लखनऊ मण्डल श्री बृजेश कुमार को सूचित किया, जिसके कुछ देर बाद सहायक आयुक्त श्री बृजेश कुमार अपनी टीम औषधि निरीक्षक श्रीमती माधुरी सिंह, औषधि निरीक्षक श्री नीलेश कुमार शर्मा के साथ आलमबाग चौराहे पर उपस्थित आये एवं संयुक्त पुलिस टीम द्वारा उस किराये के घर 61/1 चन्दर नगर, आलमबाग, लखनऊ में मुखबिर की निशादेही पर एक बारगी दबिश देकर उपरोक्त अभियुक्तों को पकड़ लिया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।

शहबाज खान उपरोक्त से विस्तृत पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का प्रतिबंधित दवाओं को बेचने का एक अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह है। इस व्यवसाय हेतु कस्टमर का डाटा मैं डार्क वेब के माध्यम से प्राप्त करता हूँ, उनसे व्हाट्सअप के माध्यम से बात करके उनकी डिमांड पूंछता हूँ और उनकी डिमाण्ड के हिसाब से दवाई को मॅगवाकर उनके द्वारा उपलब्ध कराये गए पते पर दवा का पैसा बिटकॉइन या पे-पाल के माध्यम से पैसा प्राप्त होने पर उन्हें कोरियर द्वारा भेज देता हूँ। हम लोग नशीली/प्रतिबंधित दवाओं को चोरी से ऑन लाइन माध्यम से भारत सहित विश्व के कई देशों में बेचते है। हमें प्रति आर्डर अच्छा खासा मुनाफा होता है। मेरे अलावा इस काम में मेरा सहयोग आरिज, सारिज, जावेद, सऊद, गौतम आदि करते हैं। हम सब इस गिरोह में शामिल है और प्राप्त मुनाफे को आपस में बांट लेते है। आज हम लोग अपने इसी कार्य में व्यस्त थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

%d bloggers like this: