UPSTF : अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना सहित 04 अभियुक्त कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार।
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स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। प्रेस नोट सं0-43, दिनांकः-05-02-2023
’’भारतीय सेना में उच्चाधिकारी बनकर नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही व भूतपुर्व सैनिक सहित, अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना सहित 04 अभियुक्त कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार।
दिनांक 04-02-2023 को एस0टी0एफ0 उ0प्र0 व मिलि ट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त कार्यवाही में भारतीय सेना में उच्चाधिकारी बनकर नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले भारतीय सेना में नियुक्त सिपाही व भूतपुर्व सैनिक सहित, गिरोह के 04 अभियुक्त कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः 1- अमित कुमार सिंह पुत्र रामवृक्ष सिंह निवासी गोसण्डीपुर, थाना करेन्डा, जनपद गाजीपुर। (भूर्तपूर्व सैनिक भारतीय सेना) 2- शुभम पेटल उर्फ कुनाल सिंह पुत्र आदित्य पटेल निवासी बागंरमऊ, उन्नाव। (फर्जी भारतीय सेना का कमाण्डों) 3- रामबरन सिंह उर्फ राहुल पुत्र बंगाली बाबू निवासी ग्राम सिकेरा, थाना भटसना, जिला फिरोजाबाद। (वर्तमान सैनिक भारतीय सेना, नियुक्ति- नागालैण्ड) 4- दिनेश कुमार यादव पुत्र शिवनारायण सिंह निवासी ग्राम जनकपुर, पोस्ट जसोहन, थाना जसवन्तनगर, इटावा।
बरामदगीः- 1-01 अदद भारतीय सेना के लेफ्टीनेन्ट कर्नल की बैच वर्दी सहित। 2-04 अदद भारतीय सेना की कूटरचित स्टैम्प। 3-85 अदद अभ्यर्थियों की हाईस्कूल/इण्टरमीडियट शैक्षिक प्रमाण पत्र, 4-36 अदद अभ्यर्थियों का निवास प्रमाण पत्र। 5-20 अदद अभ्यर्थियों का नर्सिंग अस्सिटेन्ट प्रश्न पत्र। 6-34 अदद जी0डी0 प्रश्न पत्र। 7-24 अदद उत्तर पुस्तिका। 8-16 अदद ए0एम0सी फार्म। 9-37 अदद आधार कार्ड। 10-04 अभ्यर्थियों का एन0सी0सी0 सर्टीफिकेट। 11-41 अभ्यर्थियों का अदद जाति प्रमाण पत्र। 12-06 अदद भारतीय का डिपेन्डेन्ट कार्ड। 13-02 अदद पैन कार्ड। 14-01 अदद कूटरचित सचिवालय कार्ड। 15-01 अदद भारतीय सेना का आई0डी0 कार्ड। 16-06 अदद लीव सर्टीफिकेट ए0एम0सी0। 17-05 अदद कूटरचित प्रवेश पत्र मेडिकल परीक्षण। 18-02 अदद चाभी अलमारी की। 19-01 अदद कैन्टीन कार्ड। 20-02 अदद एटीएम कार्ड। 21-06 अदद मोबाइल। 22-नगद रू0 710/- 23-02 अदद गाडी
गिरफ्तारी का स्थान व समयः- दिनांकः-04-02-2023 समयः-08ः10 बजे, स्थानः-गोवर्धन इन्कलेव, थाना पी0जी0आई कमिश्नरेट लखनऊ।
एस0टी0एफ0 उ0प्र0 को भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के सम्बन्ध में सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थी।
जिनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही एवं गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ मुख्यालय की टीमो को निर्देशित किया गया था, जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक श्री अमित कुमार नागर के पर्यवेक्षण में एस0टी0एफ0 मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि दिनांक 04-02-2023 को भारतीय सेना में सरकारी नौकरी के नाम पर फर्जी तरीके से धन उगाही करने वाले संगठित गिरोह के सदस्य गोवर्धन इन्कलेव, थाना पी0जी0आई0 कमिश्नरेट लखनऊ आने वाले है। यदि शीध््राता की जाये तो पकड़े जा सकते हैं।
इस सूचना पर निरीक्षक दिलीप तिवारी, उ0नि0 विनोद सिंह मु0आ0 रुद्र नारायाण उपाध्याय, मु0आ0 आशोक राजपूत, मु0आ0 अंजनी यादव, मु0आ0 राजेश मौर्या, मु0आ0 कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, आ0चा0 संजीव कुमार व लखनऊ मिलिट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम कार्यवाही हेतु, मुखबिर को साथ लेकर उसके बताये गये स्थान पर आवश्यक घेराबन्दी करते हुए उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त शुभम पेटल ने पूछताछ मे बताया कि बेरोजगार युवकों को सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक युवक से आठ से दस लाख रूपये लिये जाते हैं साथ ही उनसे उनके शैक्षिक, जाति, निवास प्रमाण-पत्रों आदि कि मूल कपी रख ली जाती है। इन युवकों को दिलीप अपने सम्पर्कों के माध्यम से हमारे पास फर्जी भर्ती प्रक्रिया हेतु भेजता था।
हमारे पास आये हुए युवकों को मेरे द्वारा खुद को आर्मी का कमाण्डों, अमित सिंह को लेफ्टीनेंट कर्नल की यूनीफार्म में व रामबरन यादव को मेजर/डिप्टी कामाण्डेन्ट के पद पर प्रदर्शित कर युवको को भरोसे मे लेकर उनकी फर्जी भर्ती प्रक्रिया की जाती है। भर्ती प्रक्रिया से प्राप्त धन हम लोग आपस में बांट लेते हैं।
आज भी हम लोग तैयार होकर अपनी गाड़ी से फर्जी प्रपत्र तैयार कर पैसे की लालच मे अमित सिंह के साथ अपने गोवर्धन इन्कलेव स्थित आवास से आर्मी के अधिकारी की वर्दी धारण कर बच्चो की फर्जी भर्ती प्रक्रिया कराने व मेडिकल आदि करसने जा रहे थे कि गिरफ्तार कर लिये गये।
गिरफ्तार अभियुक्त दिनेश ने पूछताछ में बताया कि दिलीप नामक व्यक्ति जो कि रिश्ते मे मेरा मामा लगता है उसने ही शुभम पटेल व रामबरन सिंह से मेरी बातचीत मुलाकात करायी थी। इन लोगों के साथ मिलकर मैं बेरोजगार युवकों को आर्मी में भर्ती करवाने के नाम पर धनअर्जित कर युवकों को फर्जी प्रपत्र देकर गुमराह करता हूँ। इस काम के एवज में ये लोग मुझे प्रति युवक 15 से 20 हजार रूपये हिस्सा देते हैं। आर्मी के फर्जी दस्तावेज हम लोगों को दिलीप व राम बरन सिंह उपलब्ध कराते हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त रामबरन सिंह ने पूछताछ में बताया कि में सेना में 2015 से भर्ती हूँ वर्तमान में नागालैण्ड में सिपाही के पद पर कार्यरत हूँ। 45 दिन के छुट्टी पर आया हूँ। शुभम पटेल, दिनेश यादव, दिलीप यादव व चल रही फर्जी भर्ती प्रक्रिया के बारे में पूछने पर बताया कि मेरे मित्र दिलीप यादव पुत्र रौजीराम निवासी सहायपुर, जनपद फिरोजाबाद ने आगरा में मेरी मुलाकात शुभम पटेल से करवायी थी और बताया था
गोपाल चंद्र अग्रवाल संपादक आल राइट्स मैगज़ीन