UP-उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ ने किया धरना
बरेली। उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ ने अपनी 7 सूत्रीय मांगों के समर्थन में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया
और कहा कि एक लाख एनएचएम संविदा कर्मचारी और 200000 आशा बहुओं की लंबित 7 सूत्रीय मांगों पर सरकार कोई विचार नहीं कर रही है इसलिए संगठन ने यह निर्णय लिया है कि दस ग्यारह बारह नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में ज्ञापन दिया जाएगा 25 नवंबर को काला फीता बांधकर सांकेतिक विरोध किया जाएगा 26 नवंबर को समझ जनपदों में संविदा कर्मियों द्वारा 27 नवंबर को संविदा कर्मियों द्वारा तालिबान थाली बजाकर विरोध दर्ज किया जाएगा 29 नवंबर को पूर्ण संख्या बल के साथ मिशन निदेशक उत्तर प्रदेश लखनऊ का घेराव किया जाएगा उन्होंने कहा कि सरकार हमारी लंबित मांगों को पूरा नहीं कर रही है हमने वैश्विक महामारी व कोविड-19 जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में निरंतर अपनी सेवाएं प्रदान की है जिसके दौरान संविदा कर्मचारियों ने अपनी जान को भी खोया है और बिना किसी बात की परवाह किए हुए कोई राजकीय अवकाश नहीं लिया साप्ताहिक अवकाश नहीं लिया उसमें भी लगातार काम किया लेकिन सरकार हमारी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है उन्होंने कहा की वेतन वेतन पॉलिसी वेतन विसंगति को दूर किया जाए सातवां वेतन आयोग का लाभ व जॉब सिक्योरिटी दी जाए रिक्त पदों पर गैर जनपद स्थानांतरित किया जाए आउटसोर्सिंग नीति को बंद किया जाए और बीमा पॉलिसी लागू की जाए आशा बहुओं का नियत मानदेय नियमित किया जाए और यदि सरकार हमारी इस 7 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम हड़ताल पर चले जाएंगे इसकी पूर्ण जिम्मेदारी राशन प्रशासन की होगी
बरेली से अशोक गुप्ता की रिपोर्ट