उप गन्ना आयुक्त ने किसान को दी पंखे से लटक कर आत्महत्या करने की सलाह !
बरेली ज़िले का मामला, किसान आत्महत्या करने को तैयार, दी चेतावनी ! योगी सरकार भले ही गन्ना किसानों के साथ सुख दुख में खड़े रहने का दावा कर रही हो लेकिन गन्ना अधिकारी किसानों को महज एक कठपुतली समझ रहे हैं । यही वजह है कि गन्ना किसानों की समस्याओं का निस्तारण करने की जगह अधिकारी उनसे दफ्तर के चक्कर कटवा रहे हैं। इतना ही नही अब परेशान किसानों को अधिकारियों द्वारा आत्महत्या के लिए भी उकसाया जा रहा है।
सुबह एलआईयू पुलिस ने पीड़ित किसान बनवारी लाल को बुलाया और एडीएम सिटी कार्यालय में पेश किया ! एडीएम सिटी कार्यालय में मीडिया को आप बीती सुनाता किसान बनबारी लाल ! दरअसल, बरेली के गांव जालिम नगला निवासी किसान बनवारी सिंह गन्ना सर्वे में गड़बड़ी की शिकायत लेकर उप गन्ना आयुक्त सत्येंद्र सिंह के कार्यालय पहुंचा था। उसने अपनी समस्या के संबंध में उप गन्ना आयुक्त को बताया लेकिन आयुक्त ने समस्या का निस्तारण करने की जगह उसको सलाह देते हुए कहा कि तुम इस पंखे से लटककर आत्महत्या कर लो। तुम्हारी समस्या का यही निस्तारण है। अधिकारी की बात मानते हुए परेशान किसान ने आत्महत्या करने का मन भी बना लिया लेकिन इसी बीच किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसान को आत्महत्या करने से रोका साथ ही उसकी समस्या का निस्तारण कराया । किसान ने इसकी शिकायत एडीएम सिटी ओ पी वर्मा से लिखित मे की है। साथ ही किसान ने आत्महत्या न करने का भरोसा भी दिलाया है। किसान ने उप गन्ना आयुक्त पर मानसिक उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। 40 बीघा गन्ने को सर्वे में दर्शाया शून्य पीड़ित किसान बनबारी लाल ने बताया की उसके पास करीब 40 बीघा गन्ना था जिसके सर्वे शून्य दर्शाया गया था। जिसकी शिकायत की तो चार बीघा गन्ना दर्शाया गया चार पर्ची लगाई गई। किसान है जिसके बाद उसने मुख्यमत्री पोर्टल पर शिकायत की तो दो महीने तक उसको परेशां किया गया। फिर बनबारी की पंद्रह पर्चियां कर दी गई और 40 बीघा गन्ना दर्शाया गया। उसके बाद बनबारी ने उप गन्ना आयुक्त सतेंद्र सिंह से शिकायत की। उप गन्ना आयुक्त सतेंद्र सिंह ने उसकी समस्या का निस्तारण करने की जगह उसे पंखे से लटककर आत्महत्या करने की सलाह दी। पीड़ित किसान आज तय समयनुसार उप गन्ना आयुक्त सतेंद्र सिंह के ऑफिस में आत्महत्या करने पंहुचा था जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस और अधिकारिओ ने उसे समझाया और उसकी समस्या का निस्तारण भी कर दिया। उप गन्ना आयुक्त ने आरोपों को बताया निराधार वही इस मामले में उप गन्ना आयुक्त सतेंद्र सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है किसान जब उनके कार्यालय आया था तो उसकी समस्या का समाधान कर दिया गया था। अब ये ऐसा क्यों कर रहा है इसकी जानकारी नहीं। वही इस मामले में एडीएम सिटी ओपी वर्मा का कहना है कि यह गम्भीर मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी।