UP-फ़िरोज़ाबाद दबंगों का कहर, पत्रकार नहीं सुरक्षित,बीजेपी के शासन में दलित पत्रकारों पर हो रहे जानलेवा हमले
फ़िरोज़ाबाद में पत्रकार पर हुआ जानलेवा हमला हत्या की साजिश से बुलाया था कनपटी पर लगाया तमंचा और कर दिया फायर
कत्ल करने के उद्देश्य से आए थे मौके पर पुलिस ना पहुंचती तो शायद हो जाती हत्या। फोन करके बुलाया था तीन लोगों ने पत्रकार को कवरेज के बहाने पहले अपनी गाड़ी में बिठाया और की मारपीट पर ताना तमंचा फिर किया फायर किसी कारण वश गोली मिस कर गई। रास्ते में रोकी थी पत्रकार की गाड़ी और फिर किया था किडनैप मौके पर ई मोबाइल पुलिस ने पत्रकार की गाड़ी को देखा और गाड़ी में बैठे साथ आएं युबक से पूंछा पत्रकार कहां हैं युबक ने कहा पत्रकार आगे की गाड़ी मैं हैं जब ई मोबाइल तैनात सिपाही मोरध्वज कुंथल ने देखा कुछ लोग पत्रकार के साथ हाथापाई कर रहे हैं सिपाही के बोलने पर खिड़की खोली और पत्रकार को बचाया साथ में पत्रकार का मोबाइल जो बदमाशों ने छीना था उसे पुलिस ने दिलवाया और पत्रकार को बोला थाने पहुंचो और तहरीर देदो पत्रकार के द्वारा थाना नारखी में तहरीर दी थी जिसके बाद डॉक्टरी भी हो चुकी है। लेकिन नहीं लिखा गया मुकद्दमा। अपराधीयों पर रखा है दबंगों का हाथ सफेश पोंशों का सभी अपराधि थाना नारखी क्षेत्र के ताना था तमंचा, और एवं एक दल के कार्यकर्ता ने फर्जी तरीके से बुलाया था नारखी थाना नारखी ने फोन करके बुलाया था बोला मेरे दल की मीटिंग है कवरेज करना है धोके से बुलाया था एक दल को बदनाम करने के लिए। थाना क्षेत्र नारखी का मामला। मामला पत्रकारों को संज्ञान में आने के बाद पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार शुक्ला आगरा आईजी नवीन अरोरा एडीजी आगरा डीजीपी लखनऊ मुख्यमंत्री पोर्टल अवगत करा दिया गया क्या एक्शन लिया जाता है तो समय बताएगा सीओ टूडला कर रहें जांच
बरेली से वरिष्ठ संवाददाता नीरज सिंह के साथ संगीता सिंह की खास रिपोर्ट