केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने आभासी माध्यम से भारतीय उच्चायोग, लंदन में 3 मूर्तियों के हस्तांतरण समारोह में भाग लिया
केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने आभासी माध्यम से भारतीय उच्चायोग, लंदन में 3 मूर्तियों के हस्तांतरण समारोह में भाग लिया
भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की कांसे की प्रतिमाएं भारतीय धातु कला की उत्कृष्ट कृतियां हैं और उनका संबंध 15वीं शताब्दी से है
केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने आज आभासी माध्यम से भारतीय उच्चायोग, लंदन में 3 मूर्तियों के हस्तांतरण समारोह में भाग लिया। भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की तीन मूर्तियों को ब्रिटिश पुलिस ने लंदन में भारतीय उच्चायोग को सौंप दी।
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री पटेल ने ब्रिटिश पुलिस, स्पेशल आइडल विंग, तमिलनाडु सरकार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एवं भारतीय उच्चायोग, लंदन का इन कीमती मूर्तियों को भारत वापस लाने के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि स्पेशल आइडल विंग, तमिलनाडु सरकार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एवं भारतीय उच्चायोग, लंदन के निरंतर जुटे रहने के कारण यह कार्य संभव हुआ।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि आजादी के बाद से हमें विदेशों से केवल 13 मूर्तियां मिलीं, लेकिन 2014 से अबतक हमें 40 से अधिक मूर्तियां प्राप्त हुई हैं और हम आने वाले वर्षों में और अधिक मूर्तियां प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम वाग देवी की मूर्ति को भारत वापस लाने के लिए ब्रिटिश संग्रहालय से बात कर रहे हैं।
भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता की क्रमशः 90.5 सेमी, 78 सेमी तथा 745 सेमी ऊंची कांसे की ये प्रतिमाएं भारतीय धातु कला की उत्कृष्ट कृतियां हैं। ये मूर्तियां लगभग 40 साल पहले विजयनगर काल के एक मंदिर से चुरा ली गई थीं। शैलीगत दृष्टि से, इन मूर्तियों का संबंध 15वीं शताब्दी से है।