U-19 वर्ल्ड कप 2018: ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में धूल चटा, भारत चौथी बार बना बादशाह
भारत की अंडर -19 क्रिकेट टीम ने पृथ्वी शॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को फाइनल मुकाबले में 8 विकेट से रौंदते हुए, चौथी बार विश्वकप पर कब्जा कर लिया है। टीम इंडिया की ये धमाकेदार जीत सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा की शानदार सेंचुरी की बदौलत 217 रन के लक्ष्य को 11.1 ओवर और 8 विकेट शेष रहते हासिल कर इतिहास रच दिया ।
टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सेमीफाइनल में पाकिस्तानी बल्लेबाजों को धूल चटाने वाले तेज गेंदबाज ईशान पोरेल ने एक बार फिर शानदार गेंदबाजी करते हुए कंगारू टीम को दो शुरुआती झटके देते हुए बैकफुट पर ढकेल दिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहला विकेट मैक्स ब्रायंट के तौर पर गिरा। ब्रायंट महज 14 रन बनाकर ईशान पोरेल की गेंद पर पवेलियन लौट गए।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरा झटका भी ईशान पोरेल ने ही दिया। जैक एडवर्ड ईशान की गेंद को भांप नहीं पाए और गलत शॉट खेलकर नागरकोटी को कैच थमा दिया। इसके बाद कप्तान जेसन संघा टीम के लिए बड़ा योगदान नहीं कर सके, और 59 रन के स्कोर पर उन्हें नागरकोटी ने पवेलियन वापस भेजकर कंगारू टीम को मुश्किल में डाल दिया। 59 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद परेशानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम को परम उप्पल और जॉनेथन मर्लो के बीच 75 रन की साझेदारी हुई।
इस साझेदारी को अनुकूल रॉय ने परम उप्पल का शिकार कर तोड़ा। अनुकूल ने क्रीज पर जमते नजर आ रहे उप्पल को फॉलो थ्रू में कैच आउट किया। उन्होंने 58 गेंदों पर 34 रन बनाए। उप्पल के आउट होने के बाद जॉनेथन मर्लो ने अपना अर्धशतक पूरा किया। वह एक छोर थामे रहे और दूसरी तरफ विकेट गिरते रहे।
शिवा सिहं ने भारत को पांचवी कामयाबी दिलाते हुए नाथन मैकस्वीनी का विकेट चटकाया। मैकस्विनी 23 रन बनाकर आउट हुए। शिवा ने ऑस्ट्रेलिया को छठवां झटका देते हुए विल सदरलैंड को विकेट कीपर हार्विक देसाई के हाथों लपकवा दिया। वह केवल 4 रन बना सके। लंबे समय तक कंगारू टीम का एक छोर थामे मर्ले 46 वें ओवर में अनुकूल रॉय का शिकार बनकर पवेलियन लौट गए। वह तेजी से रन बनाने की कोशिश में बाउंड्री पर शिवा को कैच दे बैठे। मर्ले 76 रन बना सके। इसके तुरंत बाद कमलेश नागरकोटी ने ऑस्ट्रेलिया को आठवां झटका दिया। नागरकोटी ने इवांस को बोल्ड कर दिया वह केवल 1 रन बना सके। इसके बाद होल्ट भी 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। टीम इंडिया के लिए अंतिम विकेट शिवम मावी ने लिया। उन्होंने हार्डले को देसाई के हाथों कैच कराया।
इसके बाद टीम इंडिया की तरफ से कालरा ने 102 गेंद में नाबाद101 रन की पारी खेली और विकेट कीपर बल्लेबाज हार्विक देसाई अंत में 47 रन बनाकर नॉटआउट रहे।
भारत की पारी की शुरुआत करने कप्तान पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा उतरे। दोनों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम को नौवें ओवर में 50 रन के पार पहुंचा दिया । दोनों बल्लेबाज बड़ी आसानी से रन बना रहे थे ,लेकिन 12वें ओवर में सदरलैंड की गेंद पर पृथ्वी शॉ की गिल्लियां बिखर गईं। वह 71 के स्कोर पर 29 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
भारत को दूसरा झटका 131 रन के स्कोर पर लगा जब टूर्नामेंट में भारत के स्टार बल्लेबाज शुभमान गिल 30 गेंद में 31 रन बनाकर बोल्ड हो गए। उप्पल की एक गेंद को वो आगे बढ़कर खेलना चाहते थे, लेकिन वो उस गेंद पर गच्चा खा गए और गेंद सीधे ऑफ स्टंप पर जाकर लगी। इससे पहले उन्होंने दूसरे विकेट के लिए कालरा के साथ 60 रन जोड़े। दोनों ने 47 गेंद पर अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की।
भारत के लिए शिवा सिंह, ईशान पोरेल, कमलेश नागरकोटी और अनुकूल रॉय ने 2-2 और शिवम मावी ने 1 विकेट हासिल किया। कालरा को उनके शानदार शतक के लिए मैन ऑफ द मैच और शुभमन गिल को मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया।
सबसे ज्यादा अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने की बात करें, तो उसने चार बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी अपने नाम कर ऑस्ट्रेलिया को पछाड़ा । टूर्नामेंट शुरू होने से पहले तक भारत-ऑस्ट्रेलिया 3-3 बार चैंपियन बनने का रिकॉर्ड रखते थे।
भारत ने चौथी बार अंडर-19 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है।इससे पहले वो, 2000 में मोहम्मद कैफ की कप्तानी में, 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में और 2012 में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में विश्व विजेता बन चुका है ।वहीं भारत ने लगातार दूसरी बार फाइनल में आस्ट्रेलिया को मात दी। 2012 में भी भारत ने ऑस्ट्रेलिया को मात देते हुए खिताबी जीत हासिल की थी।