खेत में काम करने के दौरान गिरी बिजली दो व्यक्तियों की हुई मौत

भमोरा (हर्ष सहानी) : खेत में काम करने के दौरान बिजली गिरने से मिलक मझारा के रहने वाले 36 वर्षीय शेर सिंह और 30 वर्षीय करन की मौत हो गई। वहीं, सिरसा निवासी 35 वर्षीय राजेश उर्फ छोटे और प्रमोद गंभीर रूप से झुलस गया। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

भमोरा के गांव सिरसा में रहने वाले जितेंद्र के बल्लिया-दातागंज रोड स्थित गोभी के खेत में बुधवार दोपहर मिलक मझारा के शेर सिंह, करन, चंद्रभान, जितेंद्र, धर्मेंद्र, उनका साला प्रमोद, राकेश, प्रदीप और विनोद समेत करीब एक दर्जन मजदूर निराई कर रहे थे। अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे तेज बारिश होने पर सभी मजदूर अलग-अलग पेड़ों के नीचे जाकर खड़े हो गए। कुछ ही देर में तेज धमाके के साथ वहां खड़े बकैन के पेड़ पर बिजली गिर पड़ी। उसके नीचे खड़े शेर सिंह, करन और प्रमोद बिजली की चपेट में आ गए। बिजली के धमाके की आवाज सुनकर डरे अन्य मजदूर वहां से भाग खड़े हुए। मगर उन लोगों को जमीन पर पड़ा देखकर खेत मालिक जितेंद्र और अन्य मजदूर तीनों घायलों को उपचार के लिए बल्लिया स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां शेर सिंह और करन को मृत घोषित कर दिया गया। प्रमोद को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।

पिता उछलकर दूर गिरे, बेटा झुलसा

पास ही सिरसा निवासी राममूर्ति लाल अपनी पत्नी अंबरवती, बेटे राजेश उर्फ छोटे, अमित, सुधीर और बेटी हिमांशी के साथ धनिया काट रहे थे। राममूर्ति ने बताया कि बारिश आने पर वह उसी पेड़ के नीचे जाकर खड़े हो गए, जहां शेर सिंह और करन खड़े थे। परिवार के बाकी सभी सदस्य एक काली पन्नी तानकर उसके नीचे बैठ गए। राममूर्ति के मुताबिक बिजली उस पन्नी पर भी गिरी, जिसके नीचे उनका परिवार बैठा था। इससे उनका बेटा राजेश उर्फ छोटे बिजली की चपेट में आकर झुलस गया। झटका लगने से वह भी उछलकर दूर जा गिरे। उनके पास खड़े अन्य लोगों को भी बिजली के झटके लगे।

मेहनत मजदूरी से चलता था परिवार

शेर सिंह के परिवार में पत्नी प्रवेश कुमार और तीन बच्चे हैं। जमीन बहुत कम होने के चलते शेर सिंह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। मगर उनकी मौत से परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। करन चार भाई हैं और उनमें सबसे छोटे थे। उन लोगों के पास सिर्फ ढाई बीघा जमीन है। इस वजह से वह भी मेहनत-मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करते थे।

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