नेपालगंज में परंपरागत रूप से मनी गुरुनानक जयंती
बहराइच। प्रति वर्ष परम्परागत रूप से कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के दिन सिख धर्म के प्रवर्तक गुरूनानक जी का जन्मदिन मनाते है।
गुरूनानक का जन्म विक्रमी संवत 1526 कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा के दिन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत मे हुआ था। उन्होने ही सिखों के धर्मग्रंथ गुरू ग्रंथ साहब की रचना की थी। जातिवाद का अंतकर मानवतावादी दर्शन की शिक्षा दुनिया को दी। समाज मे व्याप्त अंध विश्वास, घृणा, भेदभाव का अंतकर आपसी प्रेम व भ्रतृत्व की भावना मे अविवृद्ध की। गुरूनानक जयंती के अवसर पर सोमवार को बांके जिले के मुख्यालय नेपालगंज स्थित वी.पी. चैक के गुरूद्वारे मे गुरुग्रंथ साहब का पाठ किया गया। नेपाल के बांके जिले मे ही सर्वाधिक सिख समुदाय वास करता है। उक्त जानकारी देते हुए बसंत सिंह ने बताया कि इस वर्ष वैश्विक कोविड महामारी के कारण सामाजिक दूरी कायम रखते हुए स्वास्थ सुरक्षा विधि अपनाकर गुरूनानक जयंती मनायी गयी। इसी प्रकार पशुपति स्थित राज राजेश्वरी निर्मल अखाड़ा मे भी गुरूग्रंथ साहब का पाठ किया गया। साधु संतो को भण्डारा प्रसाद परोसा गया।
लखनऊ से ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह,(राजू शर्मा) की रिपोर्ट !