पीएम स्वनिधि में लापरवाही पर यूपी के तीन अधिकारी हटाए गए*
लखनऊ* पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि यानी पीएम स्वनिधि योजना में लापरवाही बरतने पर तीन परियोजना अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
अयोध्या की यामनी रंजन पटेल, आजमगढ़ के अवरिंद कुमार पांडेय और मेरठ के आशीष सिंह को हटाकर उनके मूल विभागों में भेज दिया गया है। राज्य परियोजना निदेशक उमेश प्रमाप सिंह ने परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पीएम स्वनिधि योजना में लक्ष्य के मुताबिक काम न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए फुटपाथ पर दुकान लगाकर पेट पालने वालों को फिर से कारोबार शुरू करने के लिए पीएम स्वनिधि योजना में 10 हजार रुपये का कर्ज दिया जा रहा है। प्रदेश में लगभग 9,47,000 शहरी पथ विक्रेताओं का डाटा वितरण योजना के पोर्टल पर उपलब्ध है। इस योजना के तहत अभी तक 9,55,870 ऑनलाइन आवेदन हुए, 630473 ऋण स्वीकृत हुए और 568629 ऋण वितरित किए जा चुके हैं। राज्य स्तर पर इस योजना में स्वीकृत और बांटे गए कर्ज की समीक्षा की जा रही है। *समीक्षा के दौरान तीन जिलों अयोध्या, आजमगढ़ और मेरठ की स्थिति काफी खराब पाई गई* इसके चलते इन जिलों के परियोजना अधिकारियों को हटाते हुए उनके मूल विभाग के लिए कार्यमुक्त कर दिया गया है। प्रदेश के सभी जिलों से पीएम स्वनिधि योजना के प्रगति की जानकारी मांगी गई है। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि इस योजना में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
सुल्तानपुर से अत्रि कुमार पाठक की रिपोर्ट !