जिलाधिकारी के आदेश पर तीन नर्सिग होम को किया सील, दो नर्सिंग होम संचालक सामान लेकर फरार।
समस्तीपुर:- जिले के चर्चित घटना, बेटी की शव बना कुत्ते का निबाला मामले में भाकपा माले, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की लंबी संघर्ष एवं मिडिया की बेहतर भूमिका और प्रशासन की सार्थक पहल से काशीपुर के आकाश हाँस्पिटल, तनु सेवा सदन, श्री राम हेल्थ एन्ड चाईल्ड केयर, को जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के आदेश पर सिल किया गया।
वहीँ मोनिका नर्सिग होम और अराधना क्लीनिक अपना सारा सामान के साथ फरार हो गया। वहीं सदर अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया की 5 नर्सिंग होम ही नही हैं अभी तो शुरू हुआ है, 100 से ऊपर नर्सिंग होम है। सभी को बारी-बारी से जांच किया जाएगा।
उक्त बातों पर सीएस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के क्रम में असहयोग करने वाले 5 अवैध नर्सिंग होम को सील करने का आदेश दिया था।
जिसमें तीन नर्सिंग होम को सील किया गया दो नर्सिंग होम के संचालक सारा सामान लेकर फरार हो गया। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर अमरेंद्र नारायण साही कि अध्यक्षता में संबंधित नर्सिंग होम की जांच हेतु टीम के सदस्य के रूप में अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी गैर संचारी रोग डॉक्टर शिवनाथ शरण और डॉ० हेमंत कुमार सिंह और पुलिस बल के साथ उपस्तित थे।
इस घटना को लेकर ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मानवाधिकार कार्यकर्ता मो० सगीर ने प्रशासन के इस कदम को देर से उठाया गया दुरूस्त कदम कहा है।
महिला नेत्री बंदना सिंह ने बताया कि प्रशासन तमाम अवैध अल्ट्रासाउंड एवं क्लिनिक की जाँच जारी रखकर मानक पर खड़ा नहीं उतरने वाले संस्था को अविलंब बंद करे एवं दोषियों को जेल भेजे।
उन्होंने कहा कि अगर पहले कारबाई की जाती तो आरोपियों को सामान लेकर भाग पाना व गुप्त कागजात जलाना असंभव होता। इन कागजातों से कई राज दफन कर दिया।