कोरोना वायरस पर यूपी में स्थिति अंडर कंट्रोल इससे घबराने की जरूरत नहीं -:स्वास्थ्य मंत्री
5 मार्च 2020 प्रदेश के सात मेडिकल कॉलेजों तथा सभी जनपद चिकित्सालयों को मिलाकर प्रदेश में कोरोना वायरस को देखते हुए
820 बेडों के साथ पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए हर जनपद में मास्टर ट्रेनरो की तैनाती कर दी गई है यह बातें आज उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने कोरोना वायरस को लेकर प्रदेश सरकार की तैयारियों की जानकारी देते हुए कहीं जय प्रताप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी एयरपोर्टओ पर अलर्ट है पूर्व में जो हमारे अस्पताल चलते हैं उनमें हम डेंगू, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू का इलाज करते हैं और सभी का इलाज आइसोलेशन के आधार पर करते हैं तो सभी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड किसी ना किसी रूप में स्थापित है अब व्यापक पैमाने पर सभी जिला चिकित्सालयों में तत्काल 20 बेड के वार्डो को बिल्कुल आइसोलेशन वार्ड कर दिया गया है तथा जिन्हें पूरी तरह से सैनिटाइज भी कर दिया गया है जैसी जरूरत पड़ेगी तुरंत व्यवस्था की जाएगी मौसम के हिसाब से आने वाली बीमारियों से निपटने के लिए पहले भी व्यवस्था करते रहे हैं अब तक आगरा व लखनऊ में 7684 बाहर से आने वाले यात्रियों की जांच कर चुके हैं तथा प्रदेश से लगने वाली अन्य देशों की सीमाओं पर ही अब तक 10 लाख ट्रैवलर की स्क्रीनिंग अब तक की जा चुकी है मंत्री ने बताया कि आगरा में सबसे ज्यादा सैंपल लिए गए हैं आगरा की फैमिली ही बाहर से आकर यहां बसी थी उनके परिवार के छह सदस्यों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में एडमिट कराया गया है आज की तारीख में जो 175 सैंपल अब तक लिए गए थे उनमें से 157 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है 18 केसों में छह आगरा के और एक गाजियाबाद के व्यक्ति में वायरल लोड ज्यादा मिला है जिनके सैंपल एनआईटी पुणे जांच के लिए भेजे गए हैं सैंपल रिपोर्ट प्रतीक्षित है इनके मामलों में अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता है लेकिन इनके मामलों में वायरल लोड ज्यादा पाया गया था जिनमें आगरा के परिवार के 6 सदस्यों को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में आइसोलेट सेन वार्ड में भर्ती कराया गया है तथा गाजियाबाद के एक व्यक्ति को राम मनोहर लोहिया अस्पताल दिल्ली में भर्ती कराया गया है कोरोना वायरस के 18 संदिग्ध मामलों में से जांच सैंपल सात पुणे की लैब एनआईटी और 11 केजीएमयू को भेजे गए हैं जिनके रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं मंत्री ने बताया कि आगरा की घटना पर 24 घंटे के अंदर 22 टीमें 3 किलोमीटर के रेडियंस में उन सभी परिवारों में जाकर जागरूकता फैलाई उनसे पूछताछ किया जांच की और पूरे 24 घंटे मानिटरिंग कर पूरे क्षेत्र में ध्यान दिया उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने कोरोना वायरस के मामले में कुछ गाइडलाइन बदली है पहले 12 देशों से आने पर्यटकों और यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाती थी अब विदेशों से आने वाले हर पर्यटकों और यात्रियों की स्क्रीनिंग प्रारंभ कर दी गई है
राघवेन्द्र सिंह आल राईट न्यूज़ लखनऊ