कोरोना संक्रमण से अब गांव भी अछूते नहीं रहे ! आपदा में अवसर तलाशने वालों पर प्रशासन का शिकंजा – निर्भय सक्सेना
कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण से जहां देश दुनियां के लोग परेशान है। यू पी का बरेली भी इससे अछूता नही है। संक्रमण अब गांव तक फैलने लगा है। आपदा में अवसर तलाशने वाले अभी भी मौज कर रहे हैं जिन पर अब प्रशासन का शिकंजा भी कसा जाने लगा है। आजकल भी बरेली में कोविड19 प्रोटोकाल के तहत माह मई 2021 में ही लगभग 10 से 20 लोगो का रोज अंतिम संस्कार विभिन्न शमशान घाट या कब्रिस्तान आदि में होना बताया जा रहा है। श्मशान घाट पर शव के अंतिम संस्कार के लिए भी जगह कम पड़ रही है। गांव में लकड़ी अभाव मे भी शव नदी आदि में प्रवाहित होने की सूचना समाचार पत्रों में छप रही है। बरेली में बीजेपी के विधायक केसर सिंह, दैनिक दिव्य प्रकाश के संपादक प्रशांत सुमन, आशीष अग्रवाल, सहित 5 पत्रकार, एक एस डी एम का भी कोविड से बीते दिनों निधन हुआ। जिले में अप्रैल 2021 का सरकारी आंकड़ा 236 मौत का है। अब मई में ही गेर सरकारी आंकडो में मौत की संख्या 150 के आस पास होने की चर्चा है। जिसकी पुष्टि नही हो सकी । बीते 8 मई को जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बरेली मुरादाबाद मण्डल की कोरोना की समीक्षा की अधिकारियों के कोरोना की संक्रमण स्थिति को सब कंट्रोल में होना बताया था। बरेली में अधिकारियों के समक्ष ही केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार सहित कई बीजेपी विधायको ने सरकारी व्यवस्था पर अपने पत्र में सुझाव देकर अपनी नाराजगी भी जताई। अब जिले में मेडिकल सर्जिकल शॉप को कालाबाजारी में सील किया। साथ ही ऑक्सीजन को ब्लैक करने वाले व्यापारी नेता की पुलिस को तलाश है। एक हॉस्पिटल ने अधिक वसूला बिल के 50 हजार रुपये वापस किए। एम्बुलेंस चालक को पकड़ा गया।
फिलहाल बरेली में बीजेपी के 9 ( अब 8) विधायक, केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार, बीजेपी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल, बीजेपी मेयर वाला जिला बरेली हाल के पंचायत चुनाव में सपा से बुरी तरह पिछड़ गया। बरेली जिले के निवासी वर्तमान में कोविड संक्रमण से जूझ रहे हैं। साथ ही अपने देसी उपाय पर ही अधिक भरोसा कर रहे हैं उनका कहना है कि अस्पताल जाकर तो मरना ही है और इलाज में मकान दुकान सब बिक ही जायेगा। लॉकडाउन में भी बाजार में बढ़ती भीड़ के चलते देश मे कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों की संख्या अब बढ़कर 3 लाख 48 हजार हो गई है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना से 4 हजार 205 लोगो का निधन हुआ। जो अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा मौत हैं। भारत में कोविड 19 संक्रमण शहर से गांवों में अब फैल रहा है। इनमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार आदि प्रमुख हैं। कोरोना संक्रमण के नए मामलों में इन राज्यों के ग्रामीण इलाकों ने शहर को पीछे छोड़ दिया है। इस समय 13 राज्यों के गांवों में कोरोना वायरस शहरों से ज्यादा फैला है। यू पी के गांव भी अब चपेट में आ गए है। उधर महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने के लिए लॉकडाउन पाबंदियां अब एक जून 2021 तक बढ़ा दी। छत्तीसगढ़ में भी 27 तक लॉक डाउन रहेगा। भारत में भी कई विशेषज्ञ बच्चों को कोविड से होने वाले खतरों को लेकर चेतावनी भी जता चुके हैं। स्मरण रहे कोरोना की दूसरी लहर मे विपक्ष के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक संयुक्त पत्र भेज कर विपक्ष के सुझावों पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है। प्रधानमंत्री मोदी जी को भेजे पत्र में मांग की है कि कोरोना काल मे वैक्सीन उत्पादन बढ़ाया जाए। इसके लिए बजट में निर्धारित किए गए 35 हजार करोड़ रूपये खर्च किए जाएं।
कांग्रेस समेत 12 राजनीतिक दलों ने केंद्र से मांग की है कि सेंट्रल विस्त्रा प्रोजेक्ट के चल रहे कार्य को बन्द करके इस प्रोजेक्ट के मद का पैसा ऑक्सीजन और कोविड वैक्सीन पर खर्च किया जाए। पीएम केयर फंड के पैसे को भी ऑक्सीजन, दवा और मेडिकल उपकरण खरीदने में लगाने की मांग की गई है। विपक्षी दलों के इन नेताओं ने कहा है कि महामारी की मार झेल रहे बेरोजगारों को 6 हजार रुपये प्रति माह दिया जाए। केन्द्रीय गोदामों में पड़े अनाजों को जरुरतमंदों को निशुल्क बांटा जाए. साथ ही कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों को महामारी से बचाने की अपील की गई है ।
निर्भय सक्सेना मोबाइल 9411005249
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !