राष्ट्रपति का रामनगरी आगमन सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर ना मार सके।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की सुरक्षा में रामनगरी को अभेद्य दुर्ग भांति तैयार किया गया है। सुरक्षा प्रबंध ऐसे किए जा रहे हैं कि परिदा भी पर न मार सके।
राष्ट्रपति की सुरक्षा का त्रिस्तरीय घेरा तैयार किया गया है। कई इंतजाम प्रत्यक्ष दिख रहे हैं तो कुछ गोपनीय हैं। सड़क से लेकर आसमान तक राष्ट्रपति की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति के कार्यक्रम स्थल के चार किलोमीटर का दायरा पूरी तरह किले में तब्दील होगा।
इसी वजह से पुराने सरयू पुल पर गोंडा जिले से ही आवागमन रविवार सुबह से रोक दिया जाएगा। शनिवार को उनकी सुरक्षा को लेकर रामनगरी में हुआ पूर्वाभ्यास सबसे बड़ा सुरक्षा रिहर्सल माना जा रहा है। राष्ट्रपति के आगमन पर 2500 से अधिक सुरक्षा कर्मी रामनगरी में तैनात किए गए हैं। इनमें बड़ी संख्या में कमांडो और स्नाइपर भी तैनात हैं।
मार्ग पर यातायात डायवर्जन से उनका आवागमन सुरक्षित बनाने की रूपरेखा तैयार की गई है, वहीं हवाई विघ्न न पड़े इस लिहाज से अयोध्या जंक्शन सहित उनके कार्यक्रम स्थल को नो-फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है। इस क्षेत्र में गुब्बारा और पतंग तक उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई है। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर पड़ोसी जिलों को भी सतर्क कर दिया गया है। राष्ट्रपति सुबह 11:30 बजे अयोध्या जंक्शन पहुंचेंगे।
उनके पहुंचने से तीन घंटे पहले रेलवे स्टेशन सील कर दिया जाएगा, जो उनके प्रस्थान के समय दोपहर तीन बजकर 40 मिनट तक कड़ी निगरानी में रहेगा। बाराबंकी से जिले की सीमा में प्रेसीडेंशियल ट्रेन के दाखिल होने के बाद अयोध्या तक हर स्टेशन और रेलवे क्रॉसिग के साथ उन स्थानों पर भी फोर्स तैनात कर दी गई है, जहां से मवेशियों के ट्रैक पर आने का खतरा है। प्रेसीडेंशियल ट्रेन के संचालन के दौरान जीआइसी फ्लाइओवर पर भी वाहनों का आवागमन नहीं होगा। अयोध्या जंक्शन पर 150 से अधिक रेलवे सुरक्षा कर्मी प्रेसीडेंशियल ट्रेन की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
इस ट्रेन के रहने तक स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर आवागमन बंद रहेगा। अयोध्या जंक्शन से राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ सड़क मार्ग से कार्यक्रम स्थल व दर्शन-पूजन को जाएंगे। इस मार्ग पर पड़ने वाले हर एक भवन की तलाशी, वहां रहने वाले लोगों का ब्यौरा और किराएदारों का सत्यापन कराया गया है। राष्ट्रपति के गुजरने से पहले ही इस रूट के सभी मकानों को सुरक्षा एजेंसियां अपने कब्जे में ले लेंगी।
घरों की छत पर रखे ईंट-पत्थर या अन्य सभी संदिग्ध सामान अभी से हटवा दिए गए हैं। रूट पर पड़ने वाले हर एक मकान की छतों पर सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे। अयोध्या पहुंचे एडीजी सुरक्षा वीके सिंह यह दावा कर चुके हैं कि राष्ट्रपति की सुरक्षा के प्रबंध प्रोटोकॉल के अनुसार सुनिश्चित किए गए हैं। कई चरणों के परीक्षण के उपरांत अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था तैयार की गई है।
सुल्तानपुर से अत्रि कुमार पाठक की रिपोर्ट !