रानी सती मंदिर में पंचदेवता के प्राणप्रतिष्ठा को लेकर राजस्थान से लाई गई ज्योत
~मारवाड़ी समाज के लोगों ने ज्योत लेकर धूम-धाम से निकाली शोभा यात्रा
~जोत लेकर राजस्थान से जमुई पहुंचते ही सैकड़ों पुरुष व महिलाओं ने किया स्वागत
जमुई:-शहर स्थित पुरानी बाजार में बनने जा रहे श्री श्याम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर विभिन्न देवताओं के मुख पूजा स्थलों से दिव्य ज्योति कोला पथ मार्ग से श्री श्याम रानी सती ट्रस्ट के सचिव लक्ष्मण भालोटिया के नेतृत्व में ट्रस्ट के कई गणमान्य सदस्य 17 दिसंबर को जमुई से प्रस्थान किए थे।इन लोगों ने श्री श्याम प्रभु की जोत राजस्थान के रींगस अवस्थित खाटू नगरी के मंदिर से प्राप्त किया।पुनः यह लोग दादी रानी सती की प्राण प्रतिष्ठा हेतु दिव्य ज्योति लाने राजस्थान के झुंझुनू अवस्थित दादी मंदिर गए और जोत प्राप्त किया इसी प्रकार सालासर मंदिर के लिए राजस्थान के सालासर महावीर मंदिर से जोत लिया एवं उत्साह से लबालब सदस्यों की टोली श्याम प्रभु के रंग में रंग कर पथ मार्ग से सोमवार को महिसौड़ी जमुई पहुंचे जहां पूर्व से सैकड़ों महिलाओं ने उपस्थित होकर उनका स्वागत किया।
शहर स्थित महिसौड़ी से स्वागत के बाद दीपज्योति यात्रा निकाली गई इस यात्रा में सैकड़ों नर नारी भक्तजन ने भाग लिया तथा ज्योति एवं देवताओं के विग्रह यानी मूर्ति को अपने मस्तिष्क पर रखकर नगर भ्रमण किया नगर भ्रमण के दौरान पूरा नगर भक्ति रस में डूब गया नगर वासियों की मंगल कामना करते हुए भक्तजन दीप ज्योति लेकर चल रहे थे और उनके स्वागत के लिए भांगड़ा भक्ति संगीत इत्यादि चल रहे थे इस दौरान जमुई नगर थानाध्यक्ष विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस बल के साथ पूरे नगर भ्रमण के दौरान रहे दिव्य ज्योति नगर भ्रमण करके स्थानीय पुरानी बाजार के शक्ति धाम में नवनिर्मित श्याम मंदिर पहुंचे जहां पर दिव्य ज्योति को पवित्रता के साथ दर्शन हेतु रखा गया ज्ञात हुआ है कि इस मंदिर में मुख्य रूप से श्री श्याम प्रभु का मंदिर दादी रानी सती का मंदिर सालासर महावीर का मंदिर शिव परिवार के अलावा विष्णु के चतुर्थ अवतार श्री नरसिंह को भी स्थान दिया गया है।
वहीं राजस्थान जाने वाले सदस्य गन का नाम ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष अनूप बंका डब्बू भालोटिया विक्रम भालोटिया संदीप शर्मा गिरधारी लाल प्रकाश भालोटिया मनोरंजन भालोटिया के अलावा दर्जनों युवा सदस्य ट्रस्ट के विधिक सलाहकार अमित कुमार ने बताया कि आगामी वर्ष के 22 जनवरी तू प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम प्रारंभ होगा जो दिनांक 27 जनवरी ओ निशान यात्रा के बाद समाप्त होगा इन दिनों लगातार कई प्रकार के कार्यक्रम पूजा अर्चना नगर भ्रमण इत्यादि आयोजित होना सुनिश्चित है