शराबबंदी का कड़वा सच : होटल के कमरे में बैठकर सुशासन का दारोगा छलका रहा था जाम
30 नवंबर 2018 ( शुक्रवार )
पटना :बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार जो भी दावा कर ले लेकिन जमीनी हकीकत किसी से छिपी नहीं. बिहार में जिनके कंधों पर शराबबंदी लागू करने की जिम्मेदारी है वही शराबखोरी मे लगे हैं .
ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर जिला में पुलिस ने एक शराबी 2009 बैच के एसआई को गिरफ्तार किया है.आपको बता दें कि कई सालों से मुजफ्फरपुर जिले के नगर थाना क्षेत्र में पदस्थापित
एसआई मनोज राम निराला लक्ष्मी होटल में बैठकर जाम छलका रहा था.इस दौरान ही किसी ने सूचना दे दी। जिसके बाद जिस थाने में एसआई पदस्थापित था उस थाने की पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया .
एसएसपी ने बताया कि शराब पीने की पुष्टि हुई है। जेल भेजने के साथ साथ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है। बता दे कि इससे पहले कैमूर जिले के चैनपुर थाना अध्यक्ष को डीएसपी ने शराब के नशे में अक्टूबर में गिरफ्तार किया था। सबसे बड़ी बात है कि बिहार में शराबबंदी के बाद से आमलोगों के साथ ही पुलिसकर्मी भी शराब के नशे में गिरफ्तार हो रहे हैं। ऐसी खबरें यह बताती हैं कि बिहार में शराबबंदी की जमीनी हकीकत क्या है. जिनके ऊपर बिहार में शराबखोरी रोकने की जिम्मेदारी है वही अगर होटल में बैठकर जाम छलकाएगा तो इस पर रोक कैसे लगेगी.
सोनू मिश्रा , पटना (बिहार)