माल्टा का ताज महल-एक रिपोर्ट !
यह माल्टा के मरसा क्षेत्र में एक प्राच्यवादी शैली की इमारत है जिसे ताजमहल के रूप में स्पष्ट किया गया है। दरअसल, यह माल्टीज़ वास्तुकार इमैनुएल लुइगी ग्ललिज़िया की एक अनूठी वास्तुकला कृति है।
दफ़न स्थान को पहले ओटोमन सुल्तान अब्दुल अज़ीज़ द्वारा कमीशन किया गया था। इस कब्रिस्तान को एक ग्रेड अनुसूचित इमारत के रूप में माना जाता है जिसका निर्माण 1873-74 में किया गया था। एक प्रमुख लेखक और कलाकार, टी.एम.पी. दुग्गन ने इस जगह को “द ओटोमन ताजमहल” का नाम दिया। उनके अनुसार, यह नई तुर्क इस्लामी शैली में 19 वीं सदी का तुर्क ऐतिहासिक स्मारक है। इस कब्रिस्तान में अधिकांश मुस्लिम सैनिकों और युद्ध के कैदियों को माल्टा में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जिन्हें हिरासत के दौरान या हिरासत में लिया गया था, दफ़न किया जाता है, विशेष रूप से अल्जीरिया, मिस्र, लीबिया, मोरक्को, सोमालिया, तुर्की, बर्मा, भारत सहित पाकिस्तान और बांग्लादेश, इंडोनेशिया और फ्रेंच पोलिनेशिया आदि को।
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