सेलुलर जेल में स्वर्णिम विजय वर्षा विजय ज्वाला !
स्वर्णिम विजय वर्ष विजय ज्वाला को 1971 के युद्ध में भारत की जीत की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पोर्ट ब्लेयर में सेलुलर जेल ले जाया गया था। अंडमान और निकोबार कमान (एएनसी) ने सेलुलर जेल में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया। घटनाओं में संयुक्त सेवाओं के सैनिकों से एक बैंड प्रदर्शन शामिल था; एक लाइट एंड साउंड शो और 1971 के युद्ध पर एक लघु फिल्म।
आर्मी कंपोनेंट कमांडर ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर सेवा के दिग्गज, वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और नागरिक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। आर्मी कंपोनेंट कमांडर ने मातृभूमि के विभिन्न हिस्सों से मिट्टी संग्रह की राष्ट्रीय पहल के तहत सेलुलर जेल से मिट्टी एकत्र की।
सेलुलर जेल गर्व से भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक के रूप में खड़ा है। काला पानी के रूप में भी जाना जाता है, जेल का उपयोग राजनीतिक कैदियों को दूरस्थ द्वीपसमूह में निर्वासित करने के लिए किया जाता था। विनायक दामोदर सावरकर, बटुकेश्वर दत्त, योगेंद्र शुक्ला और वी.ओ. स्वतंत्रता संग्राम के दौरान चिदंबरम पिल्लई को वहां कैद किया गया था। आज, सेलुलर जेल एक राष्ट्रीय स्मारक के रूप में कार्य करता है।
बरेली से मोहम्मद शीराज़ ख़ान की रिपोर्ट !