सुषमा का कांग्रेस पर तीखा हमला , आज से पहले नहीं की ओछी राजनीति की हदें पार
मंगलवार को राज्यसभा की कार्रवाई के शुरू होते ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इराक में बंधक बनाए गए भारतीयों की मौत की पुष्टि के बारे में सदन को जानकारी दी । उन्होंने कहा कि मैंने जो बात आज संसद को बताई है वह मुझे आज ही इराक के संगठन से मिली है इसके बाद वो लोकसभा में भी भारतीयों की मौत के बारे में बयान देने पहुंचीं. जहां कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा किया, जिसकी वजह से सुषमा स्वराज यहां अपना बयान पूरा किए बिना ही बैठ गईं.
इसके बाद शाम को सुषमा ने मीडिया से बात करते हुए बताया, मैंने 2014 और 2017 में लोकसभा में कहा था कि जब तक मैं 39 भारतीयों की मौत हो गई आश्वस्त हो नहीं हो जाती तब तक देश के सामने कुछ नहीं कहूंगी. मैं हमेशा अपने स्टैंड पर कायम रहूंगी.
सुषमा स्वराज ने आगे कहा कि वो लोकसभा में बयान देना चाहती थीं, लेकिन कांग्रेस ने सदन की कार्यवाही को बाधित किया. सुषमा ने बताया, ‘वेंकैया नायडू ने मुझे कहा कि सभी दलों से बात हो गई है, आप राज्यसभा में आकर अपना बयान दें. राज्यसभा में सभी ने मेरी बात ध्यान से सुनी. इसलिए मुझे लगा कि लोकसभा में भी ऐसा होगा और मैंने लोकसभा स्पीकर से शांतिपूर्वक बयान करवाने की अपील की.
‘उन्होंने बताया कि सदन में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य की मांग को लेकर हंगामा कर रहे सदस्यों ने बयान के दौरान खामोश रहने का आश्वासन दिया. सुषमा ने कहा उनके बयान के दौरान विरोध कर रहे सदस्य शांत रहे, लेकिन आज कांग्रेस ने हंगामे का नेतृत्व किया.
सुषमा स्वराज ने आरोप लगाया कि राज्यसभा में इस संवेदनशील मसले पर शांति के बयान होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा की कार्यवाही बाधित करने की जिम्मेदारी दी. सुषमा स्वराज ने दावा किया कि लोकसभा स्पीकर ने उन्हें बार-बार बैठने के लिए भी कहा. विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि कांग्रेस हंगामे के दौरान एक दिन भी खड़ी नहीं हुई, लेकिन जब मैं एक संवेदनशील मसले पर आज लोकसभा में बयान देनी लगीं तो वो खड़े हो गए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज ओछी राजनीति की सारी हदें पार कर दीं.
सुषमा स्वराज ने बताया कि उन्होंने परिजनों से पहले संसद में इस बात का जिक्र इसलिए किया क्योंकि मैंने लोकसभा में ही कहा था कि अगर मुझे इस बात का जानकारी मिलेगी और अगर उस वक्त संसद की कार्यवाही चल रही होगी तो मैं यहीं आ कर इसकी सूचना दूंगी. अगर संसद नहीं चल रहा होता तो मैं इस बात की जानकारी ट्विटर पर देती.
गौरतलब है कि मोसुल से सरकार ने 39 शवों को बरामद किया है, जिसमें से 38 शवों का डीएनए टेस्ट से पुष्टि हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिन शवों की शिनाख्त हुए हैं उनमे से 27 पंजाब, 4 हिमाचल प्रदेश, 6 बिहार और 2 पश्चिम बंगाल से हैं. हालांकि बिहार के एक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है. बिहार के राजू यादव के शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है.
इसके बाद सुषमा स्वराज ने बताया कि प्लेन से शवों को चंडीगढ़ लाया जाएगा. इसके बाद इस प्लेन को हिमाचल फिर इसे पटना ले जाया जाएगा. आखिर में यही प्लेन पश्चिम बंगाल जाएगा और परिजनों को शव सौंपा जाएगा. मैं मृतकों के परिजनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैंने आपसे कभी सच्चाई नहीं छुपाया. मैंने जब सबूत एकत्र कर लिए तो आपके सामने आया हूं. शव से बेहतर सबूत कुछ नहीं हो सकते हैं.