एसपी आफिस में पत्रकार को कवरेज करने पर पुलिस अधीक्षक ने रोका
बहराइच। जिले के पुलिस कप्तान विपिन कुमार मिश्रा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। आपको बताते चलें कि हाल ही में पूर्व कोतवाल द्वारा पुलिस अधीक्षक पर गाली गलौज करने व अभद्रता करने का गंभीर आरोप लगाया गया था। जिसके बाद पूर्व कोतवाल को निलंबित किया गया था। वहीं एक बार फिर पुलिस अधीक्षक द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए न्यूज़ कवरेज कर रहे पत्रकार से अभद्रता मामले में जिले के पत्रकारों ने जिला सूचना कार्यालय में बैठक पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा की कड़ी निंदा की और उच्चाधिकारियों को पत्राचार कर मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की गई है। पत्रकारों ने पत्र के माध्यम से उच्चाधिकारियों से मांग की है कि यदि 10 दिन के भीतर प्रकरण की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई तो जिले के पत्रकार आंदोलन करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
बताते चलें कि बुधवार दोपहर समय करीब 1:30 बजे टीवी पत्रकार द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में फरियाद लेकर आये एक फरियादी की न्यूज़ को कवर किया रहा रहा। आरोप है कि इसी दौरान पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा द्वारा अपशब्दों का प्रयोग करते हुए न सिर्फ टीवी पत्रकार को न्यूज़ कवर करने से रोका गया। बल्कि उनके मोबाइल को जिससे वह न्यूज़ कवर कर रहे थे उसे छीन लिया गया और उनके द्वारा कवर की गयी खबर को डिलीट कर दिया गया। आरोप है कि पत्रकार द्वारा जब इसे प्रेस की स्वन्त्रता का हनन बताते हुए इसका विरोध किया तो पुलिस अधीक्षक ने सार्वजनिक रूप से प्रार्थी से अभद्रता करते हुए उनपर पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हुए उनको पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ही बंधक बना लिया गया।
इस दौरान पहुंचे जिले के अन्य पत्रकारों द्वारा रोष जताने के बाद प्रार्थी से एक सादे कागज पर हस्ताक्षर बनवा कर भेज दिया गया। पीड़ित पत्रकार का कहना है कि जिले के पुलिस कप्तान का पूर्व कोतवाल नानपारा से हुए विवाद मामले की कवरेज करने के कारण द्वेषपूर्ण भावना से पुलिस अधीक्षक बहराइच द्वारा उक्त घृणित कृत्य किया गया है। वहीं बुधवार को पुलिस कप्तान द्वारा सार्वजनिक रूप से पत्रकार के साथ कि गयी इस अभद्रता मामले में आक्रोशित जिले के पत्रकारों ने जिला सूचना कार्यालय में एक अहम बैठक गुरुवार को की और प्रकरण को गम्भीर बताते हुए पुलिस कप्तान साहब के कृत्य की कड़ी निन्दा करते हुए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर मामले की जांच कर कड़ी कार्यवाही किये जाने की मांग की। जिले के पत्रकारों ने पत्रकार से अभद्रता मामले को प्रेस की स्वतंत्रता पर करारा प्रहार बताया। पत्रकारों ने चेतावनी दी है कि यदि 10 दिन के भीतर प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए मामले की जांच कर एसपी से स्पष्टीकरण तलब करते हुए प्रभावी कार्यवाही नहीं कि गयी तो जिले भर के पत्रकार वृहद आंदोनल करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। इस दौरान पत्रकार संजय मिश्रा, एसपी मिश्रा, वीरेन्द्र श्रीवास्तव “वीरू”, शादाब हुसैन, अशफाक खां,सचिन श्रीवास्तव, दिवाकर पांडेय,गौरव पटवा, सन्तोष सोनू, राहुल यादव,विनोद श्रीवास्तव, मनीष शर्मा, शकील अहमद, फ़राज़ अंसारी, अरशद क़ुददूस, रोहित श्रीवास्तव, जगत मलिक, स्वदेश सहित जिले के पत्रकार उपस्थित रहे।
लखनऊ से ब्यूरो चीफ राघवेंद्र सिंह(राजू शर्मा) की रिपोर्ट !