आई0पी0एल0 बेटिंग एक्सचेन्ज गिरोह का भण्डाफोड़ कर 02 अभियुक्तों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ। पे्रस नोट संख्याः 238, दिनांक-30-09-2020 आई0पी0एल0 बेटिंग एक्सचेन्ज गिरोह का भण्डाफोड़ कर 02 अभियुक्तों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार। दिनांक 29-09-2019 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को आई0पी0एल0 बेटिंग एक्सचेन्ज गिरोह का भ डाफोड़ कर लखन से 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से रूपये 1,23,700/- मात्र व बेटिंग सम्बन्धी अन्य सामग्री बरामद करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः- 1- रिंकू राजपूत पुत्र हरिप्रसाद नि0 शिवमूरत चैराहा, तकरोही, थाना इन्दिरानगर, लखन । 2- मो0 कादिर पुत्र नवाब अली पुत्र भाकाम , कुर्सी रोड, थाना गुडम्बा, लखन । बरामदगीः- 1. नगद रू0 1,23,700/- (एक लाख तेइस हजार सात सौ मात्र) 2. मोबाईल 03 अदद। 3. रजिस्टर बेटिंग के हिसाब किताब के लिए 04 अदद। 4. एक अदद आधार कार्ड, 5. एक अदद पैन कार्ड, 6. 02 अदद ए0टी0एम0 कार्ड गिरफ्तारी का स्थान व समय दिनांक-29-09-2020 समय 23ः30 बजे शिवमूरत चैराहा, तकरोही, इन्दिरा नगर, लखन आई0पी0एल0-2020 क्रिकेट मैच शुरू होने के बाद एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को सूचनायें प्राप्त हो रही थी कि वर्तमान में चल रहे आई0पी0एल0 मैच 2020 में बेटिंग एक्सचेन्ज बनाकर के लोगों को जोड़ कर प्रत्येक मैच में सट्टा बाजी का काम संगठित गिरोह संचालित कर रहा है, जिसके विरूद्ध कार्यवाही हेतु एस0टी0एफ0 की विभिन्न टीमों को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में श्री डी0के0 शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 के पर्यवेक्ष ा में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। अभिसूचना संकलन/मुखबिर द्वारा ज्ञात हुआ कि लखन में आईपीएल बेटिंग करने वाले का एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जिसका सरगना रिंकू राजपूत है। यह भी ज्ञात हुआ कि रिंकू राजपूत द्वारा अपने मकान के बगल के प्लाट में आई0पी0एल0 मैच में बेटिंग किये जाने का कार्य किया जा रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर उपनिरीक्षक श्री सतेन्द्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 नीरज पा डेय, मु0आ0 शैलेन्द्र प्रताप सिंह, मु0आ0 प्रदीप कुमार सिंह, मु0आ0 बृजेश कुमार सिंह व आरक्षी गौरव सिंह की एक टीम गठित कर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुँच कर मुखबिर की निशादेही पर दो व्यक्तियों को 02 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर सट्टा खिलाने के कारोबार को स्वीकार किया और बताया है कि वह काफी दिनों से इस अवैध काम को कर रहे हैं। सरगना राजपूत ने बताया कि वह वर्ष 2018 में इसी काम में जेल जा चुका है। जेल से आने के बाद वह फिर जुए के काम में सक्रिय हो गया है। उसके फोन में लाईव लाइन पड़ा हुआ है, इसी को डब्बा फोन कहते हैं यह सीधे लाइन से जुड़ा हुआ है। उससे आई0पी0एल0 खेल रही टीमों के भाव बताये जाते हैं। जैसे यदि डिब्बा फोन से 55-60 पंजाब बोला गया तो 55 पंजाब का व 60 विरोधी टीम का भाव होता है। इस भाव पर जिस टीम का नम्बर पहले बोला जाता है वह फेवरेट (जिताव) टीम तथा जिसका नम्बर बाद में बोला जाता है उसे लंगड़ी टीम (हारने वाली टीम) कहते हैं। सट्टे की भाषा में डिब्बा फोन को बुकी बोला जाता है। डिब्बा फोन से मेरे जैसे कई बुकी कनेक्शन लिये हुए है। कनक्शन का रू0 2000/- प्रति माह देना होता है। यह कारोबार विश्वास की नीव पर टिका होता है। इस लिए परिचित बुकी ही बेटिंग में शामिल किये जाते है। पैसे का लेन-देन हवाला के माध्यम से किया जाता है। किसी भी जनपद में बुकी/पन्टर से पैसे का लेन-देन उसी जनपद मंे मुख्य बुकी अपने खास व्यक्तियों के माध्यम से सम्पादित कराता है। बुकी कमीशन व कटिंग के माध्यम से इस कारोबार में धन कमाता है। जैसे यदि बुकी 01 प्रतिशत कमीशन पर कार्य कर रहा है तो 100 रूपया हारने पर मुख्य बुकी को 01 रूपया कमीशन मिलता है, जीतने पर कुछ भी नहीं मिलता है। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना इन्दिरानगर में मु0अ0सं0 360/2020 धारा 3/4 जुआ अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।