जन्म – मृत्यु पंजीकरण का विशेष अभियान शुरू
इस अभियान की खास बात यह है कि पंजीकरण पूरी तरह से आवासीय होगा यानी पंजीकरण के लिए किसी को कहीं भी जाने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि आशा कार्यकर्त्ता घर-घर जाकर पंजीकरण करेंगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं – उत्तर प्रदेश की ओर से अपर जिला रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजे पत्र में कहा गया है कि अभियान अवधि में प्रत्येक कार्य दिवस में लगभग 10 से 15 आवासों का आशा कार्यकर्त्ताओं के जरिए भ्रमण कराकर बीते 1 जनवरी 2020 के बाद से अब तक हुई जन्म की घटनाओं की सूचना एकत्र करायी जाए और सुनिश्चित हो कि उनके जन्म का पंजीकरण हो गया है या नहीं।
होम बेस्ड न्यू बार्न केयर कार्यक्रम के तहत आशा गृह भ्रमण पर स्वास्थ्य संबंधी सूचनाएं संकलित करती हैं। इसी क्रम में जनवरी 2020 से अब तक हुई जन्म एवं मृत्यु की घटना को चिन्हित कर रही है। पत्र में कहा गया है कि आशा पंजीकरण करने के लिए घर के मुखिया से पंजीयन कार्य के लिए अपेक्षित जन सूचना प्रपत्र संख्या भरवा कर संबंधित रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु को उपलब्ध कराएंगी |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रतिमा श्रीवास्तव ने बताया कि अभियान चलाया जा रहा है, दस्तक एवं संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के साथ आशा जन्म व मृत्यु की घटनाओं का भी पंजीकरण कर रही हैं |डॉक्टर बीके राजपूत ने बताया कि आशा को पहले ही प्रशिक्षित किया जा चुका है|
लखनऊ से राघवेंद्र सिंह की रिपोर्ट !