श्री कृष्णपाल गुर्जर ने ‘एकम फेस्ट’ के समापन समारोह में दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों को पुरस्कार प्रदान किए
श्री कृष्णपाल गुर्जर ने ‘एकम फेस्ट’ के समापन समारोह में दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों को पुरस्कार प्रदान किए
सप्ताह भर चलने वाली प्रदर्शनी एवं मेला “एकम उत्सव” आज समाप्त
सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर ने आज यहां सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय विकलांग वित्त विकास निगम द्वारा आयोजित सप्ताह भर चलने वाली प्रदर्शनी एवं मेला एकम फेस्ट में भाग लेने वाले दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों को पुरस्कार प्रदान किए।
इस फेस्ट का उद्घाटन 2 मार्च, 2020 को केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गहलोत, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री नितिन जयराम गडकरी तथा केंद्रीय महिला, बाल विकास तथा कपड़ा मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी की उपस्थिति में हुआ था। सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर और श्री रतन लाल कटारिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए श्री गुर्जर ने कहा कि विशेष रूप से दिव्यांग उद्यमियों और दिव्यांगों के लिए काम करने वाले संगठनों के लिए किसी प्रदर्शनी एवं मेले के आयोजन का ऐसा प्रयास पहली बार इतने बड़े पैमाने पर किया गया है। 17 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 82 दिव्यांग कारीगरों और उद्यमियों ने सप्ताह भर चलने वाले ‘एकम फेस्ट’ में अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। एकम फेस्ट ने सांस्कृतिक संध्याओं में दिव्यांग कलाकारों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच भी उपलब्ध कराया।
‘एकम फेस्ट’ में पूरे देश के दिव्यांग उद्यमियों और कारीगरों को जम्मू-कश्मीर से पुदुचेरी और नगालैंड से गुजरात तक प्रतिनिधित्व के साथ आमंत्रित किया गया था। इस फेस्ट में जम्मू-कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक हस्तशिल्प, हैंडलूम, एम्ब्रायडरी कार्य और ड्राई फ्रूट जैसे जीवंत उत्पाद पेश किए गए।
फेस्ट में, लगभग 12 संगठनों और कारीगरों द्वारा विभिन्न उत्पादों के बनाने की प्रक्रिया का लोगों के सामने प्रदर्शन किया गया, इन कार्यों में – हथकरघे, इम्ब्रायडरी, चित्रकला, व्हीट ग्रास चित्रकला शामिल हैं। ग्राहकों ने नेत्रहीन दिव्यांगजनों से भोजन और सिर की मालिश कराने का लाभ उठाया। हरियाणा के प्रसिद्ध दिव्यांग ज्योतिषियों से ज्योतिषीय परामर्श भी लिये गये।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर प्रशिक्षित दृष्टिहीन दिव्यांग महिलाओं द्वारा प्रारंभिक स्तर के स्तन कैंसर की जांच के लिए एनएवी, हौज खास, नई दिल्ली द्वारा एक मुफ्त शिविर का भी आयोजन किया गया था। दृष्टिहीन दिव्यांग महिलाओं द्वारा एक फूड स्टॉल भी स्थापित किया था जहां इन महिलाओं द्वारा सबके सामने भोजन पकाया और ग्राहकों को परोसा जाता था। रोटरी क्लब में भी फूड स्टाल लगाया गया था और ‘एकम फेस्ट’ के दौरान प्रतिभागियों और अन्य ग्राहकों को 10 रुपये में खाना उपलब्ध कराया। सभी प्रतिभागियों को एनएचएफडीसी फाउंडेशन द्वारा बिक्री के रिकॉर्ड के लिए एक बिल-बुक प्रदान की गई थी। एकम फेस्ट के दौरान राजधानी में अप्रत्याशित रूप से बारिश होने और स्वास्थ्य चेतावनी के कारण बिक्री प्रभावित होने के बावजूद 8 लाख रुपये से अधिक की सामूहिक बिक्री दर्ज की गई।
एनएचएफडीसी दिव्यांगजनों को आर्थिक पुनर्वास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है और दिव्यांगजनों को अपने उद्यमों की प्रगति के लिए सशक्त बनाने हेतु अनेक कौशल विकास कार्यक्रम भी उपलब्ध कराता है।