शिरडी साई सेवा ट्रस्ट करायेगा 51 कन्याओं का विवाह !
साईं सेवा ट्रस्ट इस बार 51 निर्धन कन्याओं का सामुहिक विवाह कराने जा रहा है। सबसे बड़ी बात इस बार ट्रस्ट को शासन का भी साथ मिला है। शिरडी साई सेवा ट्रस्ट के साथ में 13 अन्य सामाजिक संस्थाओं को प्रशासन ने मुख्यमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना को पूर्ण रुप देने का काम दिया गया है।
इस बात की जानकारी मंदिर के पुजारी ने प्रेस वार्ता में दी। मंदिर में आयोजित प्रेस वार्ता में शिरडी साई सेवा ट्रस्ट, उत्तर प्रदेश ब्राहमण कल्याण समिति, उड़ान एक प्रयास संस्था के पदाधिकारी शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि इसके लिए प्रशासन को एक समिति बनानी चाहिए। जिसमें मंदिर के सेवादार पण्डित सुशील पाठक को अध्यक्ष बना देना चाहिए। अन्य लोगों को उनके मार्गदर्शन में काम करना चाहिए और मुख्यमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना को असली जामा पहनाना चाहिए। उड़ान संस्था की निलिमा पाठक ने बताया कि उनका यह पहला प्रयास है। उनकी संस्था शहर के स्लम एरिया व अन्य जगहों पर लोगों के बीच में जाकर विवाह योग्य कन्याओं की तलाश कर रही है। वहीं ब्राहम्ण सभा के मंयक ने बताया कि इसी 25 नंवबर को उनकी संस्था वैवाहिक परिचय सम्मेलन का आयोजन कर रही है। उसमें भी जो विवाह की सहमति देगा, उनका विवाह इस योजना के तहत 16 दिसंबर को कराया जायेगा। निलिमा ने बताया कि अभी भी बहुत से लोग सामुहिक विवाह में भाग लेना नहीं चाहते है। इसको सही नजर से नहीं देखते है। पण्डित सुशील पाठक ने बताया कि इस बार ट्रस्ट की प्राचीन परंपरा को सरकारी रुप से जोड़ दिया गया है। इसके लिए देहात और शहर की किसी भी निर्धन कन्या का विवाह इस कार्यक्रम में हो सकता है। इसमें सरकार जो धनराशी और सामान देगी, उसके अतिरिक्त उनका ट्रस्ट भी अपनी तरफ से विवाह करने वाले युगलों को सामान देगा। अभी तक उनके पास में 25 लोगों के आवेदन आ चुके है। अधिक से अधिक आवेदन लाने का उनका प्रयास जारी रहेगा। इस बार शासन ने विवाह के लिए मानक तय किए है। उनमें देहात और शहर की निर्धन कन्या के पिता की बार्षिक आय दो लाख रुपये हो और उसे आय का प्रमाण पत्र भी देना होगा। सामान्य जोड़ों को छोड़ कर अन्य सभी जोड़ों को जाति प्रमाण पत्र भी देना होंगा। सुशील पाठक ने बताया कि वह अन्य संस्थाओं से भी संपर्क कर रहे है, ताकि विवाह योग्य जोड़ों का विवाह कराया जा सके। प्रेस वार्ता में हिमांशु दीक्षित, हितेश पाठक, गौरव शर्मा, शिवांशु, मयंक शंखधार, अनुराधा आदि मौजूद रहे।