भारत में छाया कैश संकट
दुनिया के कई सारे देशों के बाद आज भारत में भी कैश का संकट सामने आने लगा है। जी हां, देश के चार बड़े राज्यों में इस वक्त कैश की किल्लत की खबरें आ रही हैं। कैश की किल्लत बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात जैसे चार राज्यों में है। सबसे ज्यादा नकदी संकट बिहार में देखने को मिल रहा है। बिहार, गुजरात , मध्य प्रदेश और यूपी के कई राज्यों के ATM खाली हो गए हैं। ATM के बाहर NO CASH का बोर्ड लगा दिया गया है। लोग कैश की तलाश में ATM और बैंक के चक्कर काट रहे हैं। बैंक भी लोगों को ज्यादा कैश नहीं दे रहे हैं, जबकि शादी का सीजन चल रहा है।
देश में शुरू हुए नकदी संकट को पर मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौंकाने वाला बयान देते हुए इसे साजिश करार दिया। किसानों की सभा को संबोधित करने के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 2000 के नोट को साजिश के तहत चलन से गायब किया जा रहा है।
जबकि देश के कई राज्यों में कैश की किल्लत की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने आश्वासन देते हुए कहा , कैश की किल्लत पर केंद्र सरकार और RBI ने एक कमेटी का गठन किया है, जो जल्द ही समस्या का समाधान करेगी. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि अचानक से इन प्रदेशों में कैश की किल्लत होना बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है. उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा है कि आगामी 2 से 3 दिन में इस समस्या से निपटा जाएगा.
एक राज्य से दूसरे राज्य में जाएगी नकदी: शुक्ला
शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय में रिजर्व बैंक के पास 1,25,000 करोड़ रुपये की नकदी मौजूद है, लेकिन यह समस्या कुछ असमानता के कारण बनी हुई है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के पास ज्यादा नकदी मौजूद है तो कुछ के पास कम, इसलिए केंद्र सरकार ने राज्यवार समितियों को गठन किया है. उन्होंने बताया कि यह कमेटी एक राज्य से दूसरे राज्य में नकदी का ट्रांसफर करेगी.
इन राज्यों में कैश की किल्लत
गुजरात, बिहार, तेलंगाना और मध्यप्रदेश में नकदी संकट पैदा हो गया है, जिसके कारण यहां के ATM खाली पड़े हुए हैं. जानकारी के मुताबिक इन राज्यों में रिजर्व बैंक की ओर से नकदी का प्रवाह घटने के कारण इस तरह के हालात पैदा हुए हैं. एक बैंक अधिकारी के मुताबिक तीनों राज्यों में नकदी की कमी को पूरा किया जा सके, जिसके लिए तमाम कोशिशें की जा रही है. सभी राज्यों की सरकारें RBI से संपर्क बनाए हुए हैं, ताकि जल्द से जल्द स्थिति को नियंत्रित किया जा सके.