देश मे ऑक्सीजन संकट से उबरने को उठे कई कदम – निर्भय सक्सेना
कोरोनाकाल की आजकल दूसरी लहर मे देश मे जिस तरह से संक्रमित मरीजो की संख्या बढ़ रही है जिससे हॉस्पिटल में बेड एवम ऑक्सीजन तक का संकट गहराने लगा। देश मे हाल यह हो गया कि इस आपदा काल मे भी इंजेक्शन, ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग बाले कुछ तत्व अफवाह फैलाने के बाद अपनी जेब भरने से भी बाज नही आए। जिस पर शासन प्रशासन ने सख्ती कर हवालात का रास्ता भी दिखाया । देश में अब कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 99 दिन में ही 14 करोड़ 09 लाख 16 हजार 417 हो गया है। कुछ डॉक्टर भी अब देसी दवा एवम योग के जरिये लोगों से शरीर की इम्युनिटी पॉवर एवम प्राकृतिक ऑक्सीजन लेने की सलाह दे रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अभी भी कोविड-19 के नियम का सख्ती से पालन कर मास्क एवम दूरी रखने पर जोर दे रहे हैं। लोक डाउन की आलोचना करने वालों में से एक अब तो दिल्ली सरकार ने भी लोकडाउन की अवधि 3 मई तक और बढ़ा दी है। साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने भी लोकडाउन को अंतिम विकल्प ही माना है । यू पी में रात्रि कर्फ्यू के साथ ही सप्ताहांत लोक डाउन भी जारी है। वर्तमान में ऑक्सीजन की देश मे सप्लाई चैन बनाने के लिए रेलवे, वायुसेना, नोसेना तक आगे आ गए। सभी साधनों से देश भर में युद्धस्तर पर ऑक्सीजन के टैंकर पहुंचा दिए गए। इसके अलावा प्रधानमंत्री केयर फंड से देश भर के सरकारी अस्पताल में 551ऑक्सीजन प्लांट भी लगाने के लिए संबंधित एजेंसियों को दिशानिर्देश देकर कार्य को कहा है। जल्द ऑक्सीजन प्लांट लगे इसके लिए गृहमंत्री अमित शाह ने भी स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन के साथ मिलकर मोर्चा संभाल कर प्रधानमंत्री के कदम को सराहा। यही नहीं उर्वरक बनाने बाली देश की सहकारी कंपनी ‘इफको’ ने भी अपने प्लांट में मेडिकल ऑक्सीजन के लिये प्लांट स्थापना का कार्य शुरू भी कर दिया है।
देश भर के सभी सरकारी एवम निजी स्टील प्लांट भी मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन की दिशा में लग गए है। अब तो श्री राम जन्मभूमि तीर्थ शेत्र न्यास ने भी अयोध्या के दशरथ मेडीकल कॉलेज में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए 55 लाख की राशि भी जारी की है। उद्योग जगत के रतन टाटा आदि जैसे दिग्गज उद्यमी भी इस दिशा में देशहित में जनता की मदद को आगे आ गए हैं। सूत्रों के अनुसार देश मे वर्तमान में 7250 मीट्रिक टन ही ऑक्सीजन का उत्पादन होता है। दिल्ली में जहाँ कोई भी ऑक्सीजन प्लांट नही है वहाँ आजकल ऑक्सीजन की मांग 700 मीट्रिक टन की हो गई है जबकि पूर्व में यही मांग 378 टन थी। आजकल हॉस्पिटल में भर्ती संक्रमण बाले मरीज को 40 से 50 लीटर कम से कम ऑक्सीजन की जरुरत होती है। प्लांट से राज्यों में ऑक्सीजन लाने के लिए रेलवे वायुसेना युद्ध स्तर पर लगी है ताकि समय की बचत हो। क्योंकि एक टैंकर को प्लांट से राज्यों की दूरी तय करने में 40 से 50 घंटे लगते हैं। अब आने बाले दिनों में अगर ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ा तो टैंकर की कमी भी आड़े आ सकती है। इसीलिए केन्द्र सरकार ने पीएम केयर फण्ड से सरकारी अस्पताल में ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने का दूरदर्शी निर्णय लिया है। इजरायल जैसे देश ने कोरोना पर अपने देशवासियों के सहयोग से काबू पाने में काफी हद तक सफलता पा ली है। देश के स्वमसेवी लोग जगह जगह कोविड मरीजो के लिए अतिरिक्त बेड स्कूल स्टेडियम, मंदिर परिसर तक मे लगा रहे है। गुरुद्वारा कमेटियों द्वारा संक्रमित मरीजो को भोजन भेज जा रहा है। अपने देश भारत मे इस कोरोना काल में भी आपदा पर राजनीति चरम पर है। दिल्ली सरकार केंद्र पर ऑक्सीजन कम देने का आरोप लगा रही है। उसके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिनों प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियो की बैठक का लाइव प्रसारण तक कर दिया। प्रधानमंत्री के टोकने पर माफी भी मांग ली जबकि दिल्ली सरकार का कार्यालय कह रहा है कि प्रधानमंत्री की बैठक के लाइव प्रसारण का कोई गाइड लाइन ही नही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपनी अलग राजनीति करते हैं जिसकी अब आलोचना भी हो रही है। कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अब वेक्सीन की अलग अलग कीमत को लेकर आरोप लगा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे जहां राज्य के सभी लोगो को मुफ्त वेक्सीन देने की बात कह रहे हैं। साथ ही वेक्सीन लेने का ग्लोबल टेंडर भी निकालने की बात कह कर इसमें भी राजनीति का तड़का डाल दिया है।भारत में रविवार तक पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3 लाख 49 हजार 691 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1करोड़ 69 लाख 60 हजार 172 हुई है । अब 2 हजार 767 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1लाख 92 हजार 311हो गई।
अब देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की कुल संख्या 26 लाख 82 हजार 751 है और डिस्चार्ज हुए मामलों की कुल संख्या 1करोड़ 40 लाख 85 हजार 110 हुई है जो अच्छी बात है।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस की 25 लाख 36 हजार 612 वैक्सीन लगाई गईं। जिसके बाद कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 99 दिन में ही 14 करोड़ 09 लाख 16 हजार 417 हो गया है। निर्भय सक्सेना पत्रकार मोबाइल 9411005249
बरेली से निर्भय सक्सेना की रिपोर्ट !