संजीवनी एप देगा घर बैठे बीमारियों को मात
ई संजीवनी एप देगा घर बैठे बीमारियों को मात
कोरोना वायरस के संक्रमण की बजह से आया स्वस्थ्य सेवाओं मै आया बदलाव |
अब तक सैंकड़ो से अधिक मरीज़ इस सेवा का उठा चुके लाभ |
टेलीमेडिसिन के तहत मरीज अपनी
समस्या बताकर डॉक्टर से परामर्श लें |
कासगंज, कोरोना संक्रमण के चलते स्वास्थ्य सेवाओं मे परिवर्तन लाने के लिए अस्पताल मे जाने से एहतियात बरतने वालों के लिए ई संजीवनी एप टेलीमेडिसिन की तरह वरदान साबित हो रहा है | ई संजीवनी एप के माध्यम से लोग घर बैठे टेलीमेडिसिन के तहत मरीज़ अपनी समस्या बताकर डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं |लोग अपनी बीमारी के विषय मे बिशेष या डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज करा पा रहे है |इस नई व्यवस्था के तहत सैंकड़ो लोग फायदा उठा रहे है सरकारी व गैरसरकारी अस्पतालों मे ओ पी डी संचालित तो हो रही है मगर यहाँ आने वाले मरीज़ों की संख्या उतनी नहीं है लिहाज़ा शासन ने ई संजीवनी एप लॉन्च कर रखा है |
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डी. सी. पी. एम )कुंवरपाल सिंह ने बताया है की इस एप के नतीजे अच्छे आ रहे है अब तक सैकड़ों लोग इसका फायदा उठा चुके हैं |
उन्होंने बताया की ग्रामीण छेत्रों मे या फिर जो लोग स्मार्ट फ़ोन का उपयोग नहीं करते हैं वहाँ हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर (सी एच ओ )व ए एन एम के ज़रिए टैबलेट्स का उपयोग कर ई संजीवनी ओ पी डी के तहत चिकित्सीय परामर्श लेंगे |कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर (सी एच ओ )और ए एन एम के ज़रिए यह सेवा उपलब्ध कराई गई है |कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर (सी एच ओ )इस एप के माध्यम से मरीज़ों को विशेष व डॉक्टरों की सलाह दिला पा रहे हैं सोमवार से शनिवार 9, बजे से 4 बजे तक सेवा उपलब्ध रहती है |
ऐसे करें एप प्रयोग
डी सी पी एम ने बताया की प्ले स्टोर पर जाकर ई संजीवनी एप को डाउनलोड किया जा सकता है | मोबाइल नंबर डालने पर वन टाइम पासवर्ड (ओ टी पी )आएगा और वन टाइम पासवर्ड डालते ही ई संजीवनी एप खुल जाएगा इसमें रोगी का नाम, पता, बीमारी आदि जानकारी भरी जाएगी |अगर कोई जाँच रिपोर्ट हो तो उसे अपलोड किया जा सकता है इसके बाद चिकित्सक के साथ ऑनलाइन जुड़कर चिकित्सक से राय ले सकते हैं |चिकित्सक दवा लिखकर भेज देंगे |
लाभार्थी भी एप से खुश
ई संजीवनी एप ज़रिए विशेषघ डॉक्टरों का परामर्श मिलने से मरीज़ भी खुश हैं राहुल, दीनदयाल, राजीव, पूनम, शिवानी ने कहा कि उन्होंने इस एप के माध्यम से सीधा डॉक्टरों से सम्पर्क कर अपनी समस्या बतायी जिसके बाद उन्हें दवाओं के बारे मे जानकारी दी गई है | अब उन्हें काफ़ी आराम है |